कोरोना ने साहित्य जगत के सितारे को छीना

आकाशदीप से सम्मानित बंगाल के मशहूर कलाकार कवि शंख घोष की बीती रात कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, 14 अप्रैल को वे कोविड-19 की चपेट में आए थे जिसके बाद चिकित्सकों की सलाह पर उन्होंने खुद को घर पर ही क्वारंटीन कर लिया था। देर रात उनके शरीर में ऑक्सीजन स्तर गिरने लगा जिसकी वजह से बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे उनका देहांत हो गया।
बता दें, अमर उजाला फाउंडेशन के शब्द सम्मान के तहत सर्वोच्च पुरस्कार आकाशदीप से सम्मानित घोष एक जाने माने कवि थे, जिनका जन्म 1932 में बांग्लादेश के एक छोटे सें गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई प्रेसीडेंसी कॉलेज से की। उन्होंने बांग्ला से स्नातक किया और कलकत्ता विश्वविद्यालय से एमए किया। जिसके बाद वे जादवपुर विश्वविद्यालय से जुडे और 1992 में वहीं से सेवानिवत्त हुए।
गौरतलब है, घोष के देहांत के कारण अमर उजाला फाउंडेशन ने इस साल का शब्द सम्मान समारोह निरस्त कर दिया है। सम्मानित साहित्यकारों को पुरस्कार उनके आवास पर ही पहुचाए जाएंगे। घोष के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा ‘बांग्ला और भारतीय साहित्य में योगदान के लिए घोष को हमेशा याद किया जाएगा’।

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