नाग पंचमी के दिन सांप को पिलाएं दूध, बनेंगे बिगड़े काम

हिंदू धर्म में श्रावण मास की पंचम तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 12 अगस्त को दोपहर 3:24 बजे प्रारंभ हो रही है जो कि 13 अगस्त को 1:42 बजे तक रहेगी। इसलिए नाग पंचमी आज ही के दिन 5:49 बजे से 8:28 बजे तक मनाई जाएगी। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन नाग की पूजा करने से कुंडली में मौजूद कालसर्प दोष का अंत होता है, साथ ही व्यक्ति की प्रत्येक मनोकामना पूर्ण होती है।
नाग पंचमी पर करें इन मंत्रों का जाप
हिंदू संस्कृति के अनुसार इंसान का भाग्य उसकी कुंडली में मौजूद गृह तया करते हैं। यही गृह अपने तेज से व्यक्ति को तेजस्वी बनाते हैं। कभी-कभी ऐसा समय आ जाता है जब व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु का प्रभाव ज्य़ादा बढ़ जाता है जिससे अन्य गृह प्रभावित होने लगते हैं। ऐसी परिस्थिति में लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष निहित होता है, जिसका निवारण आवश्यक होता है। इस दोष के कारण व्यक्ति कभी सफल नहीं होता हमेशा कठिनाइयों से घिरा रहता है।
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक कालसर्प दोष से जूझ रहे व्यक्ति को नाग पंचमी के दिन भगवान शंकर के सबसे प्रिय नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। इस दिन सांप को दूध पिलाकर उनका आशिर्वाद लेना चाहिए। इसके अलावा राहु और केतु की शांति के लिए ज्योतिषि को घर बुलाकर पूजन करना चाहिए और चांदी से बनी नाग की आकृति की अंगूठी को धारण करना चाहिए। नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए वेदों में लिखित मंत्रों का जाप बहुत ही उपयोगी होता है। इस दिन नमोऽस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथ्वी मनु। ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नमः।। अनंतं वासुकि शेष पद्मनाभं च कम्बलम्। शड्खपाल धार्तराष्ट्र तक्षकं कालियं तथा।।एतानि नौनामानि नागानां च महात्मनाम्। सायंकाले पठेन्नित्यं प्रातः काले विशेषतः।। तस्मे विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयीं भवेत्।। इसके बाद श्रीनाग गायत्री मंत्र का जाप करें- ॐ नवकुलाय विद्यमहे विषदंताय धीमहि तन्नो सर्प: प्रचोदयात्।

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