लवी फंसवाल। आज यानी रविवार से शारदीय नवरात्र का आगमन हो रहा है।  15 अक्टूबर को प्रतिपदा तिथि है, जिसमें मां दुर्गा की भक्ति, साधना, और पूजा पाठ का महापर्व शारदीय नवरात्र आरंभ हो रहा है। मां दुर्गा को समर्पित नवरात्र सभी के लिए खुशियां लेकर आते हैं। नवरात्रि के 9 दिन हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जाते हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा विधि विधान सहित करनी चाहिए। कहा जाता है, कि इन नौ दिनों में जो भी भक्त मां दुर्गा की पूजा सच्चे मन से करता है, उसे माँ दोनों हाथों से  आशीष प्रदान करती हैं। मान्यता है, कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा बहुत ही साज और श्रृंगार के साथ करनी चाहिए। शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा के नौ रूपों की विधि-विधान के साथ लगातार नौ दिनों तक पूजा-अर्चना की जाएगी। नवरात्रि पर मां दुर्गा की विशेष रूप से पूजा-आराधना की जाती है। 
नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना और अखंड ज्योति जलाई जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में महाशक्ति की आराधना करने वाले भक्त अखंड ज्योति जलाकर महादुर्गा की आराधना करते हैं। अखंड का अर्थ है जो खंडित में हो अर्थात, जरूरी नहीं की अखंड ज्योत पूरे 9 दिन तक ही जलाई जाए अष्टमी या नवमी के दिन पूजा के समय 24 घंटे के लिए भी अखंड दीपक जलाया जा सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में अखंड ज्योति जलाने से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता का वास होता है। घर के सदस्यों को यश एवं प्रसिद्धि मिलती है।  सुख-समृद्धि,आयु,आरोग्य एवं सुखमय जीवन में वृद्धि होती।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि पर देवी दुर्गा 9 दिनों के लिए पृथ्वी पर वास करती हैं और अपने भक्तों आशीर्वाद प्रदान करती है। वहीं भक्त पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करते हैं। नवरात्रि पर घर पर कुछ चीजें जरूर होने चाहिए। आइए जानते हैं घर पर क्या-क्या चीजें होने चाहिए। 16 श्रृंगार की चीजें, श्रीयंत्र, दक्षिणावर्ती शंख, मोर पंख, लाल फूल, नारियल आदि।
हिंदू धर्म में अभिजीत मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। अभिजीत मुहूर्त में किया गया कार्य और पूजा बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में हिंदू पंचांग के अनुसार 15 अक्तूबर को अभिजीत मुहूर्त में घटस्थापना की जा सकती है। आज सुबह अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 44 मिनट से शुरू हो जाएगा।

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