भारत में मौजूद कई गर्म जल कुंड, इनमें डुबकी लगाने के हैं कई फायदे

गर्म जल कुंड

गर्म जल कुंड

काजल मौर्या। वैसे तो हम लोग रोज ही साधारण स्वच्छ पानी से स्नान करते हैं। स्नान करने से हमें रिलेक्स, तनाव मुक्त और स्फूर्ती मिलती है। भारत को यूं तो प्रकृति का खूब उपहार मिला है, यहां की नदीयां, तालाब, झरने, पर्वत, पठार, समुद्री तट और समतल मैदानें हमें सशक्त करते हैं। आज के समय में भी बहुत कम लोग ही जानते हैं गर्म कुंड के बारे में। ठंड के इस मौसम में गर्म जल के कुंड में स्नान करने का जो मजा है उस मजे का लुफ्त आप कहीं और नहीं उठा सकते। ठंड के मौसम में लोग अक्सर गीजर और इलेक्ट्रीक रॉड का इस्तेमाल करते हैं। प्रकृति मानो खुद कहीं-कहीं नदी और झीलों का पानी गर्म करके उनमें औषधी के गुण घोल देती है।
दरअसल, गर्म जल कुंडों में पानी पर्वत से प्राप्त होता है। जिस पर्वत में सोडियम, गंधक और सल्फर की ज्यादा मात्रा पाई जाती है। वह सामान्य पानी के मुकाबले ज्यादा गर्म और औषधीय के गुणों से परिपूर्ण होता है। तो आइये जानते हैं भारत में ही स्थित कुछ ऐसे गर्म जल कुंड के बारे में जहां देश से ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक आते हैं।
राजगीर का गर्म जल कुंड
बिहार के नालंदा जिले के पास स्थित राजगीर की पहाड़ी से सटकर स्थित है, राजगीर का गर्म जल कुंड। यहां वैभवगिरी पहाड़ी पर अनेक गर्म जल कुंड हैं। ऐसा माना जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने यहां पर गर्म कुंडों का निर्माण देवी-देवताओं के लिए किया था। यहां के ऋषि कुंड, गंगा-यमुना कुंड, गौरी कुंड, चन्द्रमा कुंड और राम-लक्षमण कुंड के नाम से विख्यात है।
तुलसी श्याम कुंड
गुजरात के जूनागढ़ से 65 किमी की दूरी पर पड़ता है, यह तुलसी श्याम कुंड। यहाँ पर गर्म पानी के तीन कुण्ड है इनकी खासियत यह है तीनो कुण्ड में पानी का तापमान अलग अलग रहता है एक कुण्ड में पानी कम गर्म, दूसरे में थोडा ज्यादा गर्म और तीसरे में काफी गर्म पानी रहता है।
पनामिक कुंड
पनामिक कुंड, लद्दाख के नुब्रा वैली के एक गाँव में स्थित है। यह गर्म कुंड औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इस कुंड का पानी अत्याधिक गर्म होता है। यह पानी इतना अधिक गर्म होता है कि इसको छूने पर उंगुलियां जल सकती हैं। आप इस कुंड में स्नान तो नहीं कर सकते पर यहां के नजारों का लुफ्त अवश्य उठा सकते हैं।

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