बीएसएनएल का सफर, कितनी है बाजार में हिस्सेदारी

 निशू सिंह

(ग्रेटर नोएडा) बीएसएनल अंग्रेजों द्वारा लाया गया एक दूरसंचार नेटवर्क है जिसे 19वीं शताब्दी के दौरान स्थापित किया गया था। बीएसएनल का नाम हिंदी से लिया गया है जिसका नाम  भारत संचार निगम लिमिटेड और अंग्रेजी में बीएसएनल का अर्थ  इंडिया कम्युनिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड है।

बीएसएनल का मुख्यालय भारत नई दिल्ली में स्थापित है। यह भारत के स्वामित्व में अनेक प्रकार से है जिसमें दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय ,भारत सरकार शामिल है।

भारतीय सरकारी उद्गम बीएसएनएल का इतिहास ब्रिटिश भारत से मिलता है ब्रिटिश काल के दौरान 1850 में पहली टेलीग्राफ लाइन कोलकाता और डायमंड हार्बर के बीच स्थापित किया गया । उसी के तहत 1851 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने टेलीग्राफ का उपयोग शुरू किया उसके बाद 1854 तक पूरे देश में लाइन बिछाई गई । इस वक्त जनता के लिए भी टेलीग्राफ खोल दी गई। ब्रिटिश इंपीरियल लेजिस्लेटिव कौंसिल द्वारा 1885 में भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम पारित किया गया।  जिसके बाद 1980 में डाक और टेलीग्राफ को अलग कर दिया गया उसी समय दूरसंचार विभाग के निर्माण से टेलीग्राफ और टेलीफोन उद्गम का उदय हुआ जिसके कारण बीएसएनएल की स्थापना हुई।

बीएसएनल को भारत में 1 अक्टूबर 2000 को शामिल किया गया और इसके कैबिनेट संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव और अध्यक्ष प्रवीण कुमार पुरवार को बनाया गया।

बीएसएनल से लोगों को अनेक प्रकार की सेवाएं प्रदान की गई जैसे फिक्स्ड लाइन टेलीफोन मोबाइल टेलीफोन ब्रॉडबैंड इंटरनेट टेलीविजन आईपी टीवी इंटरनेट सेवाएं आदि शामिल है।

बीएसएनल पूरे भारत में अपनी सुविधा उपलब्ध कराता है जिससे भारत में बीएसएनएल के 121. 82 मिलियन से अधिक यूजर्स है और यह अधिक मात्रा में फाइबर आधारित दूरसंचार नेटवर्क लगभग 7.5 लाख किलोमीटर तक फैला हुआ है।

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