ओमिक्रॉन वायरस

ओमिक्रॉन वायरस

देश में ओमिक्रॉन का पहला मामला नवबंर महीने में सामने आया था। वहीं, देखा जाए तो अभ उसका विस्तार तेजी से बढ़ता जा रहा है। दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्य व शहरों में ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है। आज की ताजा अफडेट मे ओमिक्रॉन के कुल मामले 500 के करीब पहुंच गए है। लगातार एक्सपर्ट चेतावनी दे रहे है कि लापरवाही न करें नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि पूरा देश संक्रमण के इस दौर से जूझने को पूर्णता तैयार हो जाए। ओमिक्रॉन अभी तीव्रता पकड़ेगा। जिससे मानव जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। उनका कहना है कि देश को हर हालात से निपटने  के लिए तैयार रहना होगा। गुलेरिया ने कहा, ‘हमें तैयारी करनी होगी और उम्मीद करनी चाहिए कि यहां हालात उतने खराब न हों जितने यूके में हुए थे। जब भी दुनिया में केस बढ़ेंगे तो हमें बहुत निगरानी रखने की जरूरत है और उसके हिसाब से तैयारी करनी पड़ेगी। इसके लिए देश वासियों के समर्थन औऱ सहयोग की आवश्यकता है।

दिल्ली में संक्रमण की बढ़ती संख्या को लेकर केजरी वाल सरकार ने मंथन किया। सीएम केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के प्रारंभिक स्वरूप जैसा ही ओमिक्रॉन का स्वरूप है। शुरुआती दौर को रोकने में स्वास्थ्य टीम, प्रशासनिक टीम और आम जनता एक जुटता से सहयोग करें ताकि विस्तार पर ब्रेक लगाया जा सकें। हम सभी को कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। बिना जरूरत के बाहर निकलने का प्रयास न करें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर दूरी बनाए रखें। इसके अलावा फेस मास्क और सैनेटाइज का उपयोग करते रहे। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सोमवार को बैठक बुलाई गई है, जिसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल अनिल बैजल ने की। इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत भी बैठक में शामिल रहे।। इस बैठक में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक की गई तैयारी के विषय में विस्तार से प्रेजेंटेशन दिया गया। इसके बाद उपराज्यपाल ने ओमिक्रोन की नवीनतम स्थिति का आकलन किया। मौजूदा और भावी संभावित हालात पर विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही कोरोना वैक्सीन प्रोग्राम की समीक्षा की  गई। इस अहम बैठक में कुछ सख्त फैसले भी लिए गए। कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने के कारण दिल्ली के विभिन्न इलाकों में कंटेनमेंट जोन भी बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति यह है कि रविवार को ही चार नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इस वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या भी 153 से बढ़कर 157 हो गई है।

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