साइज में है छोटी, मगर बड़ी-बड़ी बीमारियों को करती है ठीक, भारत में जमकर होती है काली मिर्च की खेती

काली मिर्च जितनी साइज में छोटी हैं उससे कई गुना ज्यादा फायदेमंद साबित होती हैं। इसमें पैपरीन नामक बैक्टेरिया पाया जाता हैं। बता दें कि, पैपरीन में शामिल आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, मैंग्नीज़, जिंक और कैल्सियम पाया जाता हैं। साथ ही इसमें विटामिन ए, फास्फोरस, कैरोटीन और क्रोमियम सहित कई पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं। आपको बताते चलें कि, इसके प्रयोग से आंखों की समस्या, खतरनाक जीवाणु, पेट से जुड़ी बीमारी (कब्ज,गैस,अपच,एसिडिटी,मूत्र रोग,भूख न लगना,दस्त) से छुटकारा मिलता हैं। साथ ही तनाव, डिप्रेशन, दांत और मसूड़ों के दर्द में राहत प्रदान करती है। आपको बता दें कि, इसमें पाए जाने वाले बैक्टेरिया से कमजोरी, कफ, वात, श्वास ज्वर, जुखाम-खांसी के साथ ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में लाभदायक मानी जाती हैं। इसका उपयोग हर घर में सब्जियों व अन्य पकवानों में होता हैं।

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