शरीर में अगर है मैग्नीशियम की कमी तो हो जाएं सावधान, डॉक्टर से करें संपर्क

शरीर के लिए मैग्नीशियम बहुत उपयोगी खनिज पदार्थ हैं। हालांकि सभी पोषक तत्व सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। मैग्नीशियम डीएनए की मात्रा तीव्रता से पूरी करता हैं। साथ ही मेटाबॉलिज्म और शुगर में मददगार साबित होता हैं। मैग्नीशियम की पूर्ति से डिप्रेशन और अनिद्रा से छुटकारा मिलता हैं। हड्डी में आवश्यकता के अनुसार पोषक तत्वों की भरपाई करता हैं। इतना ही नहीं जिंक और कैल्शियम के साथ मिलकर हृदय, किडनी व मांसपेशियों को मजबूत बनाता हैं। इसकी कमी से हाथ-पैरों का सुन्न होना, मांसपेशियों के संचालन की गति धीमी पड़ना, शरीर में ऐंठन होने लगती हैं। साथ ही झुनझुन्नाहट, हृदय से संबंधित समस्या और शरीर विपरीत दिशा में काम करने लगता हैं।
कैसे पहचाने मैग्नीशियम की कमी
आपके शरीर में मैग्नीशियम की कमी के संकेत मिलने लगते हैं। अगर मानसिक और शारीरिक तनाव, कमजोरी, सिरदर्द, भूख न लगना, जी मचलाने के साथ मांसपेशियों में ऐंठन हो तो आप किसी विशेषज्ञ की सलाह लें। डॉक्टरों के मुताबिक मैग्नीशियम की पूर्ति करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जी, कद्दू के बीज व तिल का सेवन करें। साथ ही अनाज, दूध-दही छांछ औऱ फैटी मछली का सेवन करने से मैग्नीशियम की मात्रा बढ़ने लगती हैं।

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