बीजेपी

एक तरफ यूपी में चुनाव को लेकर पार्टियों के बीच गहमागहमी शुरु हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ सभी दल एक दूसरे पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इस बीच बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधकर राजनीति के गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे सुधाशुं ने बिना किसी का नाम लिए कुछ ऐसा कहा है जिसके बाद सभी को मिर्ची लग गई है। उन्होंने कहा कि महामारी की चुनौती के बाद देश बड़ी छलांग लगाने के लिए तैयार है। कुछ लोगों का मूड हमेशा ऑफ़ रहता है, देश का मूड हमारे साथ है। पिछले सात साल में प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ सबसे ज़्यादा अपशब्दों का प्रयोग किया गया, फिर भी आरोप लगाना कि लोकतंत्र ख़तरे में है, ये बोलने की आज़ादी के बिना कैसे संभव होता।’

वहीं, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया प्रमुख रोहन गुप्ता ने बीजेपी प्रवक्ता को करारा जवाब देते हुए कहा कि  ‘देश का मूड बदल चुका है, देश को अपनी समस्या का हल मिल गया है कि बीजेपी को हराओ। जैसे हिमाचल में उपचुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी, तो दूसरे दिन डीज़ल- पेट्रोल के दाम कम हो गए।’ उन्होंने आगे कहा- ‘झोला उठाने वाले फ़कीर नहीं होते और माफ़ी मांगने वाले वीर नहीं होते, ये पुरानी कहावत है।’

इस दौरान दोनों नेताओं के बीच किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। इस बाचतीत के दौरान सुधांशू त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता रवनीत सिंह पर किसानों को आतंकवादी कहने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘किसान आंदोलन में खालिस्तानी का आरोप कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने सबसे पहले लगाया था। हमारे बिल या पीएम के बयान में कहीं नहीं कहा गया कि कृषि क़ानून ग़लत थे, लेकिन उनको इसलिए वापस लिया गया, क्योंकि कुछ किसानों को हम समझा नहीं पाए। केरल, महाराष्ट्र और पंजाब में कॉन्ट्रैक्ट फ़ार्मिंग का क़ानून लागू है, लेकिन कृषि क़ानून में वही प्रावधान कांग्रेस को ग़लत लगा।’

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