प्लास्टिक से होती है दिल संबंधी बीमारियां,स्टडी में किया गया खुलासा

सरकारें भले ही प्लास्टिक थैला और पॉलीथीन के इस्तेमाल पर कई बार बंद करने की आदेश दे चुकी हों लेकिन अब भी इसका उपयोग खान-पान से लेकर सामान लाने ले जाने में धड़ल्ले से हो रहा है। प्लास्टिक भी हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। इसे खान-पान से लेकर दूसरी अन्य चीजों को हम इधर-उधर ले जाने के लिए सबसे अच्छा विकल्प प्लास्टिक को ही मानते हैं। लेकिन हम सबको कहीं न कहीं रोकथाम करने की बहुत ज्यादा जरूरत है। बता दें कि इससे जितना खतरनाक पर्यावरण को है,उतना ही रिस्क हमारे सेहत पर भी पड़ता है।

प्लास्टिक से जुड़े रसायनों से लगातार संपर्क में रहने के काऱण दिल संबंधी बीमारियां भी उत्पन्न होती है। हाल ही में एक स्टडी में ये भी दावा किया गया है कि प्लास्टिक की वजह से आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल भी बढ़ सकता है।
यह स्टडी कैलिफ्रॉनिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि हमारी आज की लाइफस्टीइल में दो तरह के प्लास्टिक सीधे तौर पर जा रहे हैं,जिन्हें पैथेलेट प्लास्टीसाइजर कहा जाता हैं। वहीं इनका बेस केमिकल बाइस्फेनॉल होता है। जिसके कारण से कार्डियोवस्कुलर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। जबकि इस बेस केमिकल का उपयोग करके प्लास्टिक को अधिक ड्यूरेबल बनाया जाता है। आंतों में मौजूद प्रेगनेन एक्स रिसेप्टर को निष्क्रिय कर देता है।


प्लास्टिक के बारे में डॉक्टर का कहना है कि ये हमारे पीने के पानी को प्रदूषित करता है,जहां से हम सांस लेते हैं वो वातावरण भी प्लास्टिक के कारण प्रदूषित होता है। इसमें लैड,सीसा,मरकरी और कैडवियम होता है, जिनके संपर्क में आने से कई तरह की गंभीर बीमारियों का जोखिम होता है। वैसे सबसे मुख्य बात यह है कि इसके सीधे संपर्क में आने से बर्थ डिसऑर्डर यानी मां से बच्चे को भी कुछ विकार होते हैं जिसका यंग ऐज में उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ता है।

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