विश्व मोटापा दिवस क्यों मनाया जाता है

मोटापा

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विश्व मोटापा दिवस प्रत्येक वर्ष 4 मार्च को मनाया जाता है। साल 2020 से पहले यह 11 अक्टूयबर को मनाया जाता था लेकिन साल 2020 से इसे 4 मार्च को मनाया जाने लगा। दुनिया भर में फैले इस भयावह बीमारी को खत्म करने और इसके कारगर समाधानों को बढ़ावा देने के मकसद से 4 मार्च को पूरी दुनिया मोटापा दिवस मनाती है। बतादें कि विश्व मोटापा दिवस 2022 की थीम ‘Everybody Needs to Act’ है।


दरअसल, शरीर में फैट की बहुत ज्यादा मात्रा मोटापे की सबसे बड़ी वजह है। इसके अलावा खराब लाइफस्टाइल, एक्सरसाइज न करना, बहुत ज्यादा जंक और फास्ट फूड का सेवन, लंबे वक्त तक एक ही जगह पर बैठे रहना भी जैसे कई कारण हैं। मोटापे से परेशान लोग तरह-तरह की शारीरिक परेशानियों से तो जूझते ही हैं। वहीं इसके साथ ही इन्हें सामाजिक भेदभाव भी झेलना पड़ता है। तो आज यानी 4 मार्च का दिन विश्व मोटापा दिवस के रूप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं इस दिन से जुड़ी कुछ अहम बातें।


जैसा कि हम सभी जानते हैं मोटापा कई गंभीर बीमारियों की शुरुआत है जिसे कंट्रोल कर डायबिटीज़, हाई बीपी, हृदय रोगों, कैंसर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों की संभावनाओं को कम किया जा सकता है। तो इस दिन को मनाने का खास उद्देश्य यही है कि मोटापे से ग्रस्त लोगों को इन चीज़ों से अवगत करना और मोटापे के कारण लोगों के साथ हो रहे सामाजिक भेदभाव को मिटाने का प्रयास करना।
गौरतलब है कि एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर के लगभग 80 करोड़ लोग मोटापे का शिकार हैं। मोटापा को एक बीमारी बताया गया है, जो हर 10 में से 5 लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वजन कम करने के लिए लोग मोटापा कम करने के लिए कई तरीके अपना रहे हैं। इंटरनेट पर मोटापे से ग्रसित लोग वजन कम करने के तरीके, उपाय, एक्सरसाइज, डाइट आदि खोज रहे हैं।

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