क्या है आपकी गाड़ी के टायरों का हाल, एक रूपये के सिक्के से करें पता

गाड़ी के टायरों का हाल
छाया सिंह। आप अपनी गाड़ी की सही वक्त पर सर्विसिंग कराते है। और हर संडे उसकी धुलाई भी करते हैं, लेकिन क्या आप अपनी कार के टायरों का भी उतना ही ध्यान रखते हैं।
इंजन के बाद टायरों को कार का सबसे अहम हिस्सा माना गया है। क्योंकि सड़क और गाड़ी के बीच का रिश्ता टायरों पर ही निर्भर होता है। कार का माइलेज, हैंडलिंग, बैलेंस और कंट्रोल जैसी कई चीजें काफी हद तक टायरों पर निर्भर होती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपनी कार के लिए सही टायरों का ही चुनाव करें।
आमतौर पर टायर दो तरह के होते हैं ट्यूब टायर और ट्यूबलेस टायर। ज्यादातर छोटी गाडि़यों में कार कंपनियां ट्यूब टायर लगाकर देती हैं।
कैसे करें सिक्के से टायर को चेक
टायरों की लाइफ को चेक करने के लिए सबसे पहले एक सिक्का लें और उसे टायर की ग्रिप में डालें, सिक्का जितना अधिक ग्रिप के अंदर जाएगा, टायर उतना ही ज्यादा समय तक चल सकता है। कुछ टायरों में पीली पट्टी दी जाती है। क्योंकि जब टायर घिसने लगता है तब उसमें पीली पट्टी नजर आने लगती है। जिससे हमें यह पता चलता है कि टायर को बदलने का समय आ गया है।
पुराने टायरों के फटने से हो सकती है गंभीर समस्या
ज्यादा पुराने कार के टायरों के साथ यात्रा करना किसी मुसीबत से कम नहीं है। जैसा कि हम सभी जानते हैं, कि ज्यादा पुराने टायरों में उसके फटने का खतरा रहता है जो कि आपकी जान को नुकसान भी पहुंचा सकता है।
टायर की देख-रेख कैसे करें।महीने में एक बार टायर का प्रेशर जरूर चेक कराएं। टायरों में हवा उतनी ही रखें जितनी कार कंपनी ने रेकमेंड की हो। ज्यादा या कम हवा भराने से टायर जल्दी घिसेंगे। केमिकल क्लीनर से टायरों की सफाई बिल्कुल भी न करें।