राज्यसभा की 57 सीटों के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन

राज्यसभा

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अंकित कुमार तिवारी ।    राज्यसभा की 57 सीटों के लिए पार्टियों में  मारामारी देखने को मिल रही है। राज्यसभा की सीटें जून और जुलाई में खाली हो रही है इसको लेकर  देश की राजनीति पार्टियों में सह और मात का खेल चल रहा है।

आपको बता दें कि राज्यसभा की सीटें जो जून और जुलाई में खाली हो रही है। फिलहाल जिन बड़े चेहरे का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उनमें कांग्रेस से जयराम रमेश, पी चिंदबरम, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल,विवेक तन्खा तो भाजपा से विनय सहस्रबुद्धे, पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, निर्मला सीतारमण, शिवसेना से संजय राउत एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल बसपा से सतीश चंद्र मिश्रा आरजेडी से मिसा भारती प्रमुख नाम है।  इस साल राज्यसभा सीटों के लिए कुछ चेहरे इनमें से पुराने हैं तो कुछ को निराशा हाथ लगी है। जिन 57 सीटों पर चुनाव होना है। उनमें से 5 सीटें बिहार और 11 सीटें यूपी में है। चार चार सीटें आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान। तीन तीन सीट मध्य प्रदेश और उड़ीसा। दो-दो सीट पंजाब, छत्तीसगढ़, तेलंगना, हरियाणा, झारखंड और एक सीट उत्तराखंड का भी शामिल है। यूपी में राज्यसभा की 11 सीटें खाली हो रही हैं। जिनमें से 7 सीटें भाजपा के खाते में हैं और 3 सीट समाजवादी पार्टी की। समाजवादी पार्टी ने कपिल सिब्बल तो वही दूसरा टिकट अपने सहयोगी जयंत चौधरी को दिया है। तो वहीं भाजपा ने भी सुरेंद्र सिंह नागर, लक्ष्मीकांत बाजपेई, राधा मोहन अग्रवाल, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव को मैदान में उतारा है। महाराष्ट्र में भी 6 सीटों पर चुनाव होना है। जिसमें भाजपा के खाते में 2 सीट मिलेगी। महाराष्ट्र के 6 सीटों में 4 सीट महाविकास आघाड़ी के खाते में 2 सीट भाजपा के खाते में जाएगी। 4 सीटों में से एक एक  सीट कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी के खाते में जाएगी। और वही एक सीट पार्टी के समर्थन से किसी निर्दलीय को दी जा सकती है। भाजपा ने भी डॉ अनिल सुखदेवराव और पीयूष गोयल को भेजने का फैसला किया है। तमिलनाडु के पक्ष और विपक्ष में तीन तीन सीटे पार्टी के खाते में जा सकती है। डीएमके  3 में से 1 सीट अपने सहयोगी कांग्रेस को देने का फैसला किया है। कांग्रेस में यहां से पी चिदंबरम को प्रत्याशी बनाया है। बिहार की 5 सीटों में से 2 सीटें आरजेडी और भाजपा के खाते में तो 1 सीट जदयू के खाते में जानी है जदयू पार्टी इस बार भी नुकसान में रही है और सीटों के बंटवारे को लेकर भी उठापटक जारी है। यहां से भाजपा ने सतीश चन्द्र दुबे और शंभू शरण पटेल को उतारा है। वाईएसआर कांग्रेस के पास आंध्र प्रदेश में 3  से 4 सीटें जाएंगी। कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस को एक-एक सीट मिलेंगी। दूसरी सीट के लिए उनको अधिक प्रयास करना पड़ेगा। कांग्रेस ने कर्नाटक से जयराम रमेश को उम्मीदवार बनाया है। तो वहीं भाजपा ने निर्मला सीतारमण और जग्गेश को टिकट दिया है। राजस्थान में 3 सीटें कांग्रेस के पास एक सीट भाजपा के पास जा सकती है। और मध्यप्रदेश में भी भाजपा को 2 सीटें मिलेंगी। और 1 सीट कांग्रेस के पास जाएगी। उड़ीसा की 3 में से 2 सीट बीजेपी तो 1 सीट भाजपा के पास जा सकती है। राजस्थान से भाजपा ने घनश्याम तिवारी को टिकट दिया है वहीं कांग्रेस ने मध्यप्रदेश से विवेक तन्खा को उम्मीदवार बनाया है। पंजाब में तो एक ही पार्टी का दबदबा रहेगा और वह आम आदमी पार्टी है। जिसके पास दोनों सीटें रहेंगे वही छत्तीसगढ़ में दोनों सीटें कांग्रेस के पास रहेगी। तो तेलंगाना में दोनों सिटे टीआरएस के पास रहेगी और छत्तीसगढ़ में  कांग्रेस ने रंजीत रंजन और राजीव शुक्ला को उम्मीदवार बनाया गया है

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