“राजा, तोता और उसमें बसी जान” इन तीन शब्दों से तय होने वाली है कांग्रेस की नई सियासी रहा

लवी फंसवाल। देश के कुछ नेताओं के फोन में जासूसी को लेकर चल रहा मामला फिर से गर्म हो गया है। इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार सियासी मिजाज काफी बदल सकते हैं। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जिस तेरे देश की अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के फोन में लगे जासूसी के लिए लगाई गई सेंध के आरोपों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसी के साथ उन्होंने  ‘राजा तोता और उसी में बसी जान’ के बारे में जिक्र कर आने वाले चुनाव में अपने मुद्दों का भी इजहार कर दिया। राजनीतिक जानकारों से लेकर कांग्रेस पार्टी के सभी नेता यह मानते हैं कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस इसी धार पर चुनाव लड़ेगी।
दरअसल विपक्ष के कई नेताओं द्वारा दावा किया गया है कि उनके मोबाइल पर फोन निर्माता द्वारा एक मैसेज भेजा गया है, जिसमें लिखा है कि उनके फोन को सरकार समर्थकों हैकरों द्वारा हैकिंग की कोशिश की गई है। जिन नेताओं ने यह शिकायत की है, उनमें तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता शशि थरूर और पवन खेड़ा समेत कई नेता शामिल हैं। इसके बाद ही राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर, सरकार की मंशा पर सवाल करते हुए अदानी को घेरना शुरू कर दिया। राहुल गांधी ने अपनी कांफ्रेंस के दौरान जिन तीन बातों का महत्वपूर्ण तरीके से कहानी के माध्यम से जिक्र किया उसने “राजा तोता और उसमें बसी जान” शामिल है। कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश कहते हैं कि उनकी पार्टी जितना मुखर होकर अदाणी पर हमला करती है, केंद्र सरकार उसी तरीके से बतौर रिएक्शन सरकारी जांच एजेंसी को शामिल कर उनके नेताओं पर शिकंजा कसती है।

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