बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध के अनमोल विचार

भगवान

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अनुराग दुबे: बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध की आज जयंती है। भगवान बुद्ध का जन्म आज ही के दिन हुआ था। महात्मा बुद्ध का बचपन का नाम सिद्धार्थ था। बुद्ध नेपाल के कपिलवस्तु के लुबंनी में जन्में थे। इनका स्वभाव बचपन से ही शांत प्रवृति का था। बौद्ध धर्म के अनुयायी आज के दिन ग्रंथ का पाठ करते हैं। साथ हीं भगवान बुद्ध के बताये हुए रास्ते पर चलने की कसम खाते हैं। भगवान बुद्ध ने अपनी छोटी अवस्था से ही गृह त्याग कर दिया था। इन्होंने महज 27 वर्ष की आयु में ही सन्यास धारण  लिया और बौद्ध धर्म की स्थापना की। भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया था। यह प्रसिद्ध स्थान उत्तर प्रदेश में है। इनको ज्ञान की प्राप्ति बिहार के बोधगया में एक वृक्ष के नीचे हुई थी, जिस वृक्ष को बोधिवृक्ष कहा जाता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कुशीनगर गये थे। कुशीनगर में बौद्ध भीक्षुओं से मुलाकात किये साथ ही वहाँ पर लोगों को भी संबोधित किये। प्रधानमंत्री आज नेपाल के कपिलवस्तु में भी पहुंचे हैं। वहाँ पर नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा से मुलाकात भी करेंगे।

बुद्ध के कुछ अनमोल विचार

– ना ही सुख स्थायी है और ना दुख, बुरा समय आने पर उसका डट कर सामना करना चाहिए।

–  सच का साथ देते रहो, अच्छा सोचो अच्छा कहो, प्रेम धारा बनकर बहो।

– ज्ञान के माध्यम से आप अनंत सुख और शांति पा सकते हैं।

– ज्ञान में असीम शांति है।

– सदा प्रभु का ध्यान करना चाहिए।

– प्रेम भगवान के स्वरुप का नाम है।

– एक हिंसक पशु से खतरनाक एक दुष्ट मित्र होता है।

– मोह और माया के बंधन से मुक्त रहना चाहिए।

– आप किसी पर शक और संदेह नहीं कर सकते है।

– व्यक्ति को क्रोध नही करना चाहिए क्योंकि क्रोध आत्मघाती होता है।

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