बुढ़ापे को रखें हेल्दी, डाइट में ऱखें इन चीजों का ख्याल

स्वास्थ्य विशेषज्ञ, बुढ़ापे को ऱख सकते है हेल्दी

स्वास्थ्य विशेषज्ञ, बुढ़ापे को ऱख सकते है हेल्दी

अक्सर लोगों की जिंदगी में एक ऐसा मोड़ आता है जिसमें असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ता है। दरअसल बुढ़ापा व्यक्ति का ऐसा पल होता है जिसमें स्वास्थ्य को लेकर कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनके शरीर की त्वचा में ढ़ीलापन तो आम समस्या होती है लेकिन इससे बड़ी बात ये है कि बुढ़ापे की मार से लोगों के हंसते जीवन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। विश्लषकों का मानना है कि व्यक्ति की दिनचर्या में जब तक सुधार नहीं होगा तबतक इन परेशानियों से व्यक्ति जूझता रहेगा। व्यक्ति को हेल्दी रहने के लिए योगाभ्यास के साथ खान-पान पर विशेष ध्यान देने होगा।


चिकित्सकों ने बताया कि लंबे समय तक जीवित रहने के लिए जीन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसमें आपको सबसे अधिक ध्यान खान-पान और रोजमर्रा के जीवन शैली के सुधार पर देना होगा। 90 दशक के पहले लोगों की आयु औऱ आजकल की आयु में काफी फर्क नजर आएगा। इसकी वजह अशुद्ध वातावरण और अशुद्ध खानपान है। केमिकल युक्त भोजन ने लोगों के जीवन शैली पर गहरा प्रभाव डाला है। रोजमर्रा के जीवन में शुद्धता पर व्यक्ति का ध्यान केंद्रित होना शुरु हो जाए तो समझ लीजिए कि लोगों की आयु पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा। जीवन को स्वास्थ्य बनाने के लिए विशेषज्ञों ने बताया कि बुढ़ापे को सुधारना है तो 5 फूड्स को अपनाने की जरूरत है। इन 5 खाने को रोजमर्रा के जीवन में उतारने से शारीरिक गुणवत्ता को बेहद मददगार साबित होगा।


एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड्स- फ्री रेडिक्लस ऐसे अणु होते है, जो आपकी स्वास्थ्य कोशिकाओं को हानि पहुंचाते है। एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड्स के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों में अपनी भूमिका निभाता है। इसके अलावा रिच फूड्स उम्र को बढ़ाने में मददगार साबित होता है। रंग-बिरंगी सब्जियां और फल एंटीऑक्सीडेंज से भरपूर होते हैं, इसलिए रोजाना उनकी पांच से नौ सर्विंग्स लेने की कोशिश करें।


डेयरी भोजन- विटामिन डी से भरपूर पेय पदार्थ- जैसे दूध, दही, अंडा, हरी सब्जी और छाछ से जुड़ी चीजों के सेवन से शारीरिक दुष्प्रभाव को समाप्त करने में मददगार होते है। आपको ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या है या फिर हड्डी कमजोर है तो इन फूड्स का प्रयोग लाभदायक होता है।


साबुत अनाज- शुद्ध अनाज का सेवन करने से शरीर की गंभीर बीमारियों से लड़ने की शक्ति उत्पन्न होती है। इनके नियमित सेवन से मधुमेह, कैंसर औऱ हृदय रोग से जुड़ी बीमारियों को समाप्त करती है। इसके अलावा पाचन क्रिया में सुधार के साथ पेट से जुड़ी बीमारियों को नष्ट करने में सहायक होती है।

ऑलिव ऑयल- जैतून का तेल या ऑलिव ऑयल का उपयोग शरीर के लिए काफी लाभदायक होता है। इसके प्रयोग से एंटीइन्फ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण हो मौजूद होते हैं।

मछली का सेवन हमारे दिमागी शक्ति को मजबूत करने में सहायक है। मछली में फैटी एसिड, डीएचए और ईपीए की उपस्थिति से मस्तिष्क को तेजी से ग्रोथ करने में सहायता करती है। इसके सेवन से डिमेंसिया होने की समस्या से छुटकारा मिलता है।

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