हड्डीतोड़ बुखार का मिल गया उपचार, जानिए किन स्थानों में किया जाएगा ट्रायल

डेंगु का मिला उपचारस जिल्द होगा ट्रायल

डेंगु का मिला उपचारस जिल्द होगा ट्रायल

भारत में हड्डीतोड़ बुखार ने लोगों को गहरे संकट में डाल दिया है। डेंगु ने लोगों के जीवन पर खतरनाक प्रभाव डाल रखा है। दरअसल इस बुखार को रोकने के लिए लगातार कई हेल्थ सेंटर स्टडी कर रहे थे। इसी दौरान एक खुशखबरी आने से लोगों ने राहत की सांस ली है। हड्डीतोड़ बुखार की सटीक दवा को वैज्ञानिकों ने कड़ी मशक्कत के बाद खोज ली है। इस दवा को केंद्रीय औषधि अनुसंधान, लखनऊ के वैज्ञानिक ने तैयार करने की जानकारी साझा की है। इस दवा का जल्द ही मेडिकल कॉलेजों में ट्रायल किया जाएगा।


मालूम हो, हड्डीतोड़ बुखार से व्यक्ति को असहनीय पीड़ा से गुजरना पड़ता है। मरीज के उपचार में लापरवाही होने पर उसकी मौंत होने का भी खतरा रहता है। इसमें मरीज की हड्डियों में असहनीय दर्द औऱ शरीर में जकड़न व सूजन जैसी समस्याएं होती है। समय पर सही उपचार नहीं मिला तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। अधिकांश चिकित्सक एंटीवायोटिक और पीड़ा के मुताबिक दवाओं से इलाज करते है। लक्षणों का परीक्षण करने के बाद वैज्ञानिकों ने डेंगु का इलाज खोज लिया है। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इस दवा का मेडिकल ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल की सफलता के बाद इसको देश के कोने-कोने तक पहुंचाया जाएगा। ताकि लोगों के जीवन पर पड़ने वाले संकट से बचाया जा सके। वहीं, प्रत्येक मेडिकल में 100 मरीजों पर सफल ट्रायल करने की जानकारी साझा की गई है।


वैज्ञानिकों के मुताबिक, डेंगु की दवा वनस्पति के आधार पर तैयार की गई है। इस दवा को तैयार करने के बाद इसका नाम प्यूरीफाइड एक्यूस एक्सट्रैक्ट ऑफ कुक्कुलस हिरसूट्स दिया गया है। इसका संक्षिप्त नाम एक्यूसीएच है। दरअसल इस दवा का प्रथम ट्रायल चूहों पर किया गया, जिस पर सफलता हासिल हुई। कंपनी को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से आम लोगों पर ट्रायल करने की अनुमति मिल गई है।


जानकारी के अनुसार दवा का ट्रायल 20 मेडिकल कॉलेजों में किया जाएगा, जिनमें कानपुर, लखनऊ, आगरा, मुंबई, थाणे, पुणे, औरंगाबाद, अहमदाबाद, कोलकाता, बेंगलुरु, मंगलोर, बेलगाम, चेन्नई, चंडीगढ़, जयपुर, विशाखापटनम, कटक, खुर्दा, जयपुर और नाथवाड़ा शामिल हैं। ट्रायल के समय निम्न शर्तों को लागू किया गया है, जैसे कि दवा का प्रयोग 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों पर किया जाएगा। इसके अलावा मरीजों में डेंगु की पष्टि 48 घंटे पहले हुई हो।

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