हरिद्वार और ऋषिकेश यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन जगहों पर घूमना ना भूलें

हरिद्वार और ऋषिकेश यात्रा पर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इन जगहों पर घूमना ना भूलें

हरिद्वार ऋषिकेश यात्रा

निवेदिता शर्मा। अगर आप भी अपनी रोज के भागदौड़ भरी जिंदगी से दुर कहीं सुकून के पल व्यतित करना चाहते हैं तो हरिद्वार और ऋषिकेश की यात्रा का प्लान बना सकते हैं। हरिद्वार देश के सात प्रमुख स्थलों में से एक है। हरिद्वार अपने आप में अध्यात्म और सुकून से भरा अनोखा स्थल है जहां आप इसके हवाओं में घुली पवित्रता, घाट-घाट पर कल-कर करती पवित्र गंगा का पानी, मन को मुग्ध कर देने वाले मंत्रो की आवाज का अनुभव ले सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं। यहां लोग दुर-दुर से घुमने आते हैं। कहा जाता है कि हरिद्वार उन चार जगहों में से एक है जहां समुद्र मंथन के दौरान अमृत की बुंदे गिरी थी। इसी कारण हर 12 वर्ष में यहां महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। हरिद्वार की गंगा आरती विश्वप्रसिद्ध है। गंगा आरती में शामिल होने दुनियां भर से लोग आते हैं। हरिद्वार से 25 किलोमीटर ऋषिकेश है। ऋषिकेश को देवभूमि का प्रवेश द्वार कहा जाता है। प्राचीन काल में यहां ऋषि-मुनी ध्यान और तप किया करते थे इसी कारन इस जगह को पवित्र माना जाता है। ऋषिकेश से हिमालय की चोटियां बहुत खूबशूरत नजर आती हैं। ऋषिसेश को ‘योग कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड’ के रूप में भी जाना जाता है।

हरिद्वार में घुमने की जगहें 

हर की पौड़ी:-  हरिद्वार के प्रमुख जगहों में से एक है हर की पौड़ी जिसका अर्थ है- प्रभु के पैर। ऐसा कहा जाता है कि यहां भगवान विष्णु प्रकट हुए थे। यहां भगवान विष्णु के पदचिन्ह भी है। इसी घाट पर प्रतिदिन गंगा आरती का आयोजन होता है। गंगा इसी घाट से अपना रुख बदलती है और पहाड़ों को छोड़ मैदान की ओर मुड़ती है।

मनसा देवी मंदिर:-  यह मंदिर हरिद्वार के प्रमुख स्थलों में से एक है। यह हरिद्वार से तीन किमी दुर बिलवा पर्वत पर स्थित है। श्रद्धालु यहां दुर-दुर से माता के दर्शन के लिए आते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। यहां पैदल या रोपवे के जरिए पहुंचा जा सकता है।

सप्तऋषि आश्रम:- यह आश्रम सात ऋषियों के नाम पर बनाया गया है। कहा जाता है कि यहां ऋषि-मुनी बैठकर पुजा करते थे। इसलिए इसे सप्तऋषि कुंड़ भी कहते हैं।

पारद शिवलिंग:- हरिद्वार से दो किमी की दुरी पर स्थित पारद शिवलिंग बहुत प्रसिद्ध है। यहां 151 किलो के शुद्ध पारे से बनी शिवलिंग स्थापित है। यहां एक रुद्राक्ष का वृक्ष भी है जो की श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है।

विष्णु घाट:- हरिद्वार के प्रसिद्ध घाटों में के एक विष्णु घाट बहुत प्रसिद्ध है। कहा जाता है कि यहां स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं क्योंकि यहां भगवान विष्णु ने स्नान किया था। यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ होती है।

ऋषिकेश में घुमने कि जगहें   

लक्ष्मण झुला:- ऋषिकेश का लक्ष्मण झुला सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यह ऋषिकेश से 5 किमी की दूरी पर है। यह झुला 450 फीट लंबा औऱ गंगा नदी से 70 फीट की ऊंचाइ पर स्थित है। यह झुला पुरा लोहे का बना हुआ है। कहा जाता है कि लक्ष्मण जी ने इसी जगह पर गंगा नदी को पार किया था, जहां अब पर्यटकों को देखने के लिए पुल बनाया गया है। इस झुले को 1229 में बनवाया गया था। साथ ही यहां राम झुला और 13 मंजिला मंदिर काफी फेमस है।

त्रिवेणी घाट:- यह घाट गंगा नदी किनारे एक भीड़-भाड़ वाली जगह है। यह घाट गंगा के संगम का स्थान है। ये नदियां हिंदु धर्म मे सबसे पवित्र मानी जाती हैं। त्रिवेणी घाट किनारे पवित्र जल में डूबकी लगाने से सभी पापों का नाश हो जाता है, और लोग अपने आप को सुद्ध मानते हैं।

राफ्टिंग:- ऋषिकेश की राफ्टिंग बहुत प्रसिद्ध है। और अगर आपको एडवेंचर करना पसंद है तो इसका आनंद जरूर लें। यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग राफ्टिंग का लुफ्त उठाने आते हैं। ऋषिकेश में राफ्टिंग के लिए पैकेज भी बुक किए जाते हैं।

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