गौरी खान का एक साधारण लड़की से एक बिजनेस वूमेन का बनने का सफर

निशू सिंह

(ग्रेटर नोएडा) 8 अक्टूबर 1970 में जन्म लेने वाली दिल्ली की गौरी छिब्बर का जीवन बहुत ही साधारण तरीके से बीता। गौरी छिब्बर जो बाद में गौरी खान के नाम से जानी गई उसका ताल्लुक पंचशील पार्क के रहने वाले एक साधारण से पंजाबी परिवार से रहा। उनके पिता का नाम रमेश चंद्र  छिब्बर है तथा उनकी  माता का नाम सविता छिब्बर है। गौरी खान ने अपनी स्कूल की पढ़ाई दिल्ली के लोरेटो कॉन्वेंट से पूरी की है और उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज से बीए ऑनर्स हिस्ट्री में पूरी की।  

ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने 6 महीने का फैशन डिजाइनिंग कोर्स किया उसी समय वह शाहरुख खान के साथ 8 साल तक रिलेशनशिप में रही । उसके बाद उन्होंने शाहरुख खान से 25 दिसंबर 1991 में शादी कर ली । गौरी खान और शाहरुख खान के तीन बच्चे हैं बड़े बेटे का नाम आर्यन है और उनके छोटी बेटी का नाम सुहाना है और उनके तीसरे बेटे का नाम अबराम खान है|

गौरी खान और शाहरुख खान के घर में दोनों धर्म को अहमियत दी जाती है दोनों एक दूसरे के धर्म को सम्मान देते हैं और उनके घर में मंदिर के पास कुरान भी रखा हुआ है उनके बच्चे भी दोनों धर्म को मानते हैं।

गौरी खान आज के समय में एक बिजनेस वूमेन के रूप में भी जानी जाती है। वह प्रोड्यूसर भी है और साथ ही साथ वह एक इंटीरियर डिजाइनर भी है| गौरी खान लेडी चिलीज एंटरटेनमेंट की को प्रोड्यूसर भी हैं। शाहरुख खान और गौरी खान दोनों ने मिलकर 2004 में इस कंपनी की शुरुआत की थी। इस कंपनी के शुरू होने के बाद गौरी खान ने आठ फिल्मों का निर्माण किया है। इसमें से उस समय की एक सबसे ब्लॉकबस्टर हिट मूवी रही फिल्म का नाम है मैं हूं ना शामिल है। इसके अलावा  एक इंटीरियर डिजाइनर होने के नाते गौरी खान ने अपने घर मन्नत को खुद डिजाइन किया।

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