ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर टीम इंडिया के यंगिस्तान ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया

भारत की युवा टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमी पर लगातार दूसरी बार हराकर टेस्ट सीरीज को मंगलवार के दिन अपने नाम कर लिया। सीरीज के चौथे और अंतिम टेस्ट के आखिरी दिन भारत को 328 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करना था जिसे टीम इंडिया ने 3 विकेट रहते हासिल कर लिया। क्रिकेट के इतिहास में चौथी पारी में पहाड़ जैसा लक्ष्य पार करने का 70 साल पुराना रिकॉड भी अपने नाम कर लिया जो कि इससे पहले वेस्टइंडीज के नाम था। वेस्टइंडीज ने यह रिकॉड साल 1951 में 226 रनो का लक्ष्य पार कर अपने नाम किया था। टीम इंडिया की इस जीत के सभी युवा खिलाड़ी हीरो रहे।

अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे वॉशिंगटन सुंदर की बात की जाए तो सुंदर ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी गेंदबाजी से तो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजो को अपनी बल्लेबाजी दोनों पारियों में फसा के रख। वहीं अपने टेस्ट करियर का तीसरा ही मैच खेल रहे मोहम्मद सिराज को इस मैच में बतौर एक अनुभवी गेंदबाज के तौर पर मैदान में उतरना पड़ा और सिराज ने यकीकन इस भूमिका को शानदार तरीके से निभाया। इस युवा गैंदबाज ने दोनों पारियों में सभी को प्रभावित किया। सिराज ने दूसरी पारी में आस्ट्रलिया के 5 विकटे चटकाए। भारतीय टीम के युवा ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल ने अपने करियर की पहली टेस्ट सीरीज खेली। चौथे मैच की अंतिम पारी में गिल ने 91 रनों की बहतरीन पारी खेलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। वहीं ऋषभ पंत ने एक बार फिर तूफानी पारी खेल कर आलोचकों के मुहँ पर ताला जड़ दिया। पंत ने इस पारी में अपने टेस्ट करियर का चौथा पचास जड़ते हुए नाबाद 89 रनों की पारी खेल कर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई।

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