दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की भारी कमी, इमरजेंसी तौर पर अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था में लगी सरकार

देश में कोरोना वायरस ने चारों तरफ हाहाकार मचा रखा है। दिल्ली सहित कई राज्यों में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं तो श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी नहीं मिल रही है। कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन के लिए भी दरदर भटकना पड़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में अस्पतालों की स्थिति सबसे खराब हो चली है। यहां पर बेड्स की सबसे ज्यादा कमी देखने को मिल रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि राजधानी कोरोना अब अपनी पीक पर पहुंच चुका है जिस कारण अधिक बेड्स की जरूरत पड़ रही है। दिल्ली सरकार की एक वेबसाइड के अनुसार राजधानी में कुल 19,600 बेड्स की व्यवस्थ्या है जिसमें से 2462 बेड खाली हैं। वहीं अगर आईसीयू बेड की बात करें तो इसकी संख्या 4437 हैं इनमें से केवल 40 बेड ही खाली बचे हैं। यह स्थिति मंगलवार सुबह 11 तक की है। दूसरी तरफ डीआरडीओ ने पिछले दिनों एक स्थाई अस्पताल बनाया है। इस अस्पताल में 500 बेड की व्यवस्था की गई है। दिल्ली सरकार ने कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज में भी बेड्स की व्यवस्था की है।

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