अगर आपका अचार हो जाता है खराब तो रखें कुछ बातों का ध्यान, नहीं होगा पैसा बर्बाद

सर्दियों की विदाई के साथ ही गरमी का आगमन हो रहा है। यानि बाजारों में अब जल्द ही आम की कई वैराइटी आ चुकी हैं। इसी के साथ घरों में अब आम का अचार बनाने की प्लानिंग भी शुरू होने लगी है। यूं तो हर घर में आम का अचार बनाने की एक अलग रेपिसी होती है लेकिन कई बार आचार के अंदर फफूंद लग जाता है। जिसके कारण मेहनत और पैसा दोनों की बर्बाद होते है। अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका अचार कई साल तक खराब नहीं होगा।

अचार हमेशा कांच या चीनी मिट्टी के कंटेनर में ही स्टोपर करें. धातु या प्ला स्टिक बर्तन में अचार खराब हो सकते हैं.

अचार बनाने वाले फल, सब्जी और मसाले अच्छीप तरह सुखाए गए हों और उसमें नमी न रहें।
सब्जियां और फल ताजे व बिना दाग धब्बे वाले हों।

आचार में मसाले को गर्म तेल में ना डालें, पहले तेल का ठंडा होने दें तब मसाले उसमें मिलाएं, नहीं तो अचार काले पड़ सकते हैं।

मीठा अचार बनाना हो तो चाशनी का पर्याप्त गाढ़ा होना बहुत जरूरी है।

अचार में नमक प्रिजर्वेटिव का काम करता है ऐसे में सही मात्रा में नमक डालें।

नमक के अलावा तेल, चीनी, हींग, सिरका आदि प्रिजर्वेशन का काम करते हैं।

अचार रखने से पहले कंटेनर को डिटर्जेंट और गर्म पानी से अच्छी तरह धोएं और सुखाएं, इसके बाद ही इसमें अचार भरें।
अचार बनाने के बाद दो तीन दिनों तक अचार को मलमल के कपड़े से ढक कर धूप में रखें जिससे इसकी नमी निकल जाये और अचार लम्बे समय तक खराब ना हो।

अचार के मसाले से नमी निकालने के लिए इसे बनाने से पहले थोड़ा भून लें या धूप में रखें।

रोजाना के प्रयोग के लिए एक छोटे कंटेनर में अचार निकाल लें, इससे अचार जल्दी खराब नहीं होते।

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