चार धाम यात्रा में अब तक 56 लोगों की गई जान

चार धाम

चार धाम


अनुराग दुबे : चार धाम की यात्रा करना हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। हिन्दू धर्म में चार धाम की यात्रा करना स्वर्ग से भी बढ़कर बताया गया है। लेकिन इस बार के चार धाम यात्रा में यात्रियों के उपर कुदरत का कहर तो बरप हीं रहा है, बल्कि लोगों की ह्दय की गति अपने आप थम जा रही है। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत का सामाना करना पड़ रहा है। इधर भुस्खलन भी यात्रियों के मार्ग को अवरूध कर रहे हैं। अब तक चार धाम यात्रा में 56 लोगों की मृत्यु हो गई है। कुछ लोगों की मृत्यु सांस की परेशानी से तो कुछ लोगों की मृत्यु ह्दय की गति रुक जाने से हो रही है। इस बार भी बीते शुक्रवार को दो लोगों की जान चली गयी है। ये लोग उत्तर प्रदेष के गोरखपुर के रहने वाले हैं। इधर यमुनोत्री हाईवे पर तीन दिनों तक बड़े वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। बीते बुधवार को रानाचट्टी के पास हाईवे की सुरक्षा दीवार धंस गई थी।

किसी तरह इसे आवाजाही लायक बनाया गया, लेकिन हाईवे के फिर धंसने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। इससे पालीगाड़ से स्यानाचट्टी तक पांच किमी लंबा जाम लगा रहा। हाईवे बंद होने से रानाचट्टी से यमुनोत्री धाम की ओर सात हजार यात्री फंसे होने की सूचना है। इस मामलेव में एसडीएम शालिनी नेगी ने बताया कि एनएच की टीम इस दौरान हाईवे की मरम्मत करेगी। इस दौरान प्रशासन ने यात्रियों को आर-पार करवाने के लिए शटल सेवा शुरू की है। रानाचट्टी और स्यानाचट्टी के बीच 15 छोटे वाहन लगाए गए हैं।डामटा से करीब 25 छोटे वाहन लगाए गए हैं। जब तक बड़े वाहनों के लिए हाईवे नहीं खुल जाता यात्रियों को छोटे वाहनों से ही भेजा जाएगा।

About Post Author

आप चूक गए होंगे