दीपक झा। कर्नाटक में कांग्रेस को प्रचंड बहुमत हासिल हुई, 136 सीटों के साथ कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिली। लेकिन अभी तक सीएम का चेहरा कर्नाटक की जनता को नहीं मिला है। वहीं डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया, इन दोनो को के बीच सीएम पद को लेकर घमासान जारी है। कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली से तीन ऑब्जर्वर बेंगलुरु पहुंचे। सुशील कुमार शिंदे, दीपक बावरिया और भंवर जितेंद्र सिंह से सभी विधायक से एक एक कर बात की और उनके राय ली। करीब रात 8 बजे जब विधायक दल की बैठक शुरू हुई, तो ऐसा लग रहा था रविवार देर रात तक सीएम चेहरा की तो घोषणा कर ही दी जायेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, आपको बतादे, तो कर्नाटक को कांग्रेस पार्टी में सीएम पद को लेकर दो प्रवल दावेदार हैं। एक कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार तो, वहीं सिद्धारमैया। उन्होंने एचडी देवगौड़ा के साथ विवाद होने के बाद जनता दल सेक्युलर का साथ छोड़ा, और 2008 में कांग्रेस का हाथ पकड़ा और तबसे वो कांग्रेस पार्टी में ही है। आपको बता दे तो 2018 में कांग्रेस ने सिद्धारमैया को सीएम बनाया था।
बैठक के दौरान जमकर हुई नारेबाज़ी।
रविवार देर रात जब कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक शुरू हुई। उस समय दोनों के समर्थक डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया को सीएम बनाने को लेकर नारेबाजी करने लगे। करीब 11 बजे कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा हमने यहां से रिपोर्ट ले ली है। इसमें कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ही कर्नाटक में विधायक दल का अगला नेता तय करेंगे। कांग्रेस को डर है, अगर जल्दबाजी में कोई फैसला लिया तो कहीं राजस्थान वाला हाल न हो जाए। वहीं कांग्रेस ने 35 साल बाद यह इतिहास रचा है। 35 साल बाद पहली बार है, जब किसी पार्टी को इतनी ज्यादा सीट मिली। आपको बता दें तो इससे पहले 1978 में कांग्रेस ने ही 178 सीटें जीती थीं। कांग्रेस की इतनी बड़ी जीत हासिल करने पर पार्टी नेता ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को भी श्रेय दे रहे हैं।

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