छत्तीसगढ़ में गरजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस पर लगाए कई गंभीर आरोप, भूपेश सरकार को बताया भ्रष्ट

दीपक झा। इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों में सर गर्मी तेज है। जहां एक दूसरे पर वार पलटवार का दौर चल रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चुनाव के रण में युद्ध करने उतर चुके हैं। वह लगातार कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं। छत्तीसगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहां मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं, यदि राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है, तो हम घोटालेबाजों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगे। गौरतलब हो, तो छत्तीसगढ़ राज्य में दो चरणों में मतदान होना है। सात और 19 नवंबर को जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे बयानों का तीर तेज होते जा रहें है। नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक दल गरीबों के हक का अपने नेताओं में बांटने में लगे हुए हैं। जातिवाद पर भी खुलकर बोले प्रधानमंत्री, उन्होंने कहा कि जातिवाद का विश्व फैलाकर वोट बटोरने की कोशिश चल रही है। कई राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान दरअसल जाति का जनगणना को लेकर हैं।

कुछ मुख्य बातें नरेंद्र मोदी की

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 2000 करोड रुपए का शराब घोटाला हुआ। 500 करोड रुपए का सीमेंट घोटाला, 5000 करोड रुपए का चावल घोटाला, 1300 करोड़ का गोटन घोटाला, 700 करोड रुपए का डीएफ घोटाला, छत्तीसगढ़ को लूटने के लिए कांग्रेस ने कई घोटाले किये हैं, और खुद का घर, साथ ही नेताओं का घर भरा है। कांग्रेस को धर्म की राजनीति से भी प्रधानमंत्री ने जोड़ दिया और कहा कि इन्होंने महादेव नाम को भी नहीं छोड़ा और सट्टेबाजी अप में घोटाला किया, मोदी आगे कहते हैं, मैं अपने भाइयों एवं बहनों को विश्वास दिलाना चाहता हूं, मोदी गालियों से डरता नहीं है। भ्रष्टाचारियों के हिसाब करने के लिए ही जनता ने मुझे दिल्ली भेजा है। जिन्होंने गरीबों को लूटा है, उस पर कार्रवाई होगी और उनसे पाई पाई का हिसाब भी होगा।
माना जा रहा है, अभी तक का सबसे बड़ा हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तरफ से किया गया है। ऐसे में कांग्रेस इसका कैसे जवाब देती है यह देखना दिलचस्प होगा। फिलहाल, चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है। ऐसे में तलवार के धार में और भी निखार सकता है। इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई बयान सामने आया है, और उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह सारे आरोप निराधार है, और एक चुने गए मुख्यमंत्री पर बिना सोचे समझे बिना सबूत के आरोप लगाना गलत है। यहां तक की कह डाला चुनाव दरअसल, पार्टियां नहीं बल्कि एजेंसी के बीच हो रहा है।

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