देश के कई दर्जन राज्यों में गहराया बिजली संकट , यूपी में 17 दिन की जगह बचा है

बिजली संकट


पूजा चौधरी: उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, समेत देश के कई राज्यों में बिजली संकट गहराता नजर आ रहा हैं, यूपी के थर्मल पावर प्लांट्स के पास मानकों की तुलना में कोयले का 26 फीसदी स्टॉक ही बचा हैं।
गर्मी बढने के साथ ही बिजली की मांग बढती जा रही हैं, वही दूसरी तरफ इसकी उपल्बधता में भारी कमी देखी जा रही हैं, जिसकी वजह से बिजली संकट गहराता जा रहा हैं. उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, झारखंड समेत देश के कई राज्यों में बिजली के सकंट को देखते हुए कटौती शुरू हो गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है. सबसे अधिक आबादी वाले उत्तरप्रदेश में कोयले का स्टॉक भी जरूरत के अनुपात में महज 26 फीसदी ही बचा है जिससे बिजली संकट और गहराने का खतरा बढ गया है,।
यूपी की बात करें तो बिजली संकट के बीच प्रदेश के थर्मल पावर स्टेशनों के पास जरूरत के अनुपात नें अक चौथाई कोयले का ही स्टॉक बचा है, आधिकारिक सूत्रों की मानें तो अप्रैल के पहले पखवाडें में भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ गई . अप्रैल के महीने में बिजली की मांग 8 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. वही,प्रदेश सरकार के स्वामित्व वाले यूपी स्टेट विध्युत उत्पादन निगम के पास मानकों के मुताबिक जितने कोयले का स्टॉक रहना चाहिए ,उसका केवल 26 फीसदी ही बचा हैं। जानकारी के मुताबिक, यूपी के अनपरा थर्मल पावर प्रोजेक्ट की क्षमता 2630 मेगावॉट बिजली के उत्पादन की है. सामान्य रूप से यहां 17 दिन के कोयले का स्टॉक रहता है. हरदुआगंज में 1265 मेगावॉट, ओबरा में 1094 मेगावॉट और परिछा में 1140 मेगावॉट बिजली के उत्पादन की क्षमता है. मानकों के मुताबिक यहां 26 दिन के कोयले का स्टॉक रहना चाहिए था लेकिन ऐसा है नहीं. अनपरा में 5 लाख 96 हजार 700 टन कोयले का स्टॉक रहना चाहिए लेकिन यहां 3 लाख 28 हजार 100 टन कोयला ही स्टॉक में है.

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