पीएम मोदी की यूएस यात्रा से भड़क उठा चीन, अमेरिका को बताया धोखेबाज, भारत को सतर्क रहने की नसीहत

लवी फंसवाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिवसीय अमेरिका दौरे पर रवाना हो चुके हैं। रवाना होने से पहले नई दिल्ली स्थित आवास में अमेरिका के प्रसिद्ध अखबार ने उनका इंटरव्यू भी लिया। जिसमें पीएम मोदी ने वैश्विक हालात, और रूस यूक्रेन के युद्ध का भी खुलकर जिक्र किया। साथ ही पीएम मोदी ने कहा, कि कुछ लोग कहते हैं, तटस्थ खड़े हैं…लेकिन ऐसा नहीं है। हम शांति के पक्ष में हैं।

आपको बता दें, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच दिवसीय राजकीय दौरे पर रवाना हो चुके हैं। जिसको लेकर अमेरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जनरल’ ने उनका इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू में पीएम मोदी से कई मुद्दों पर सवाल किए गए। रूस -यूक्रेन युद्ध में भारत के तटस्थ रुख पर भी सवाल किया गया। जिसको लेकर अमेरिका सहित पश्चिमी देश भारत की आलोचना करते रहे हैं। इन सभी चीजों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि ‘मुझे नहीं लगता कि यह धारणा अमेरिका में सभी लोगों के बीच है, मैं समझता हूं, कि भारत के रुख (रूस यूक्रेन युद्ध पर) को पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती भी है, और समझती भी है। दुनिया को पूरी तरह भरोसा है, कि भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता शांति है। जहां बात रूस और यूक्रेन के युद्ध की आती है, तो कुछ लोग कहते हैं। हम तटस्थ हैं। लेकिन हम तटस्थ नहीं हैं। हम शांति के पक्ष में हैं। इधर पीएम मोदी के US दौरे चीन भून गया है। इसको लेकर चीन अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक आर्टिकल छापा है जिसमें लिखा है। 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से मोदी की यह छठी अमेरिका यात्रा है, लेकिन अमेरिका की उनकी पहली राजकीय यात्रा है। अमेरिका चीन का सामना करने और उसकी आर्थिक प्रगति को रोक लगाने के लिए भारत को आगे बढ़ाने का प्रयास करता दिख रहा है। चीन का कहना है कि अमेरिका भारत के साथ साझेदारी का लाभ खुद को मजबूत करके उठाना चाहता है, और दुनिया के मंच पर चीन की ग्रोथ को रोकना चाहता है।

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