किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पीएम और सीएम के नाम ज्ञापन दिया

Rajtilak Sharma भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीय महासचिव मास्टर मनोज नागर और जिला अध्यक्ष प्रमोद त्यागी के नेतृत्व में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय गाजियाबाद पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन गाजियाबाद जिलाधिकारी को दिया जिसे एसडीएम सदर ने विनय कुमार ने रिसीव किया।

मास्टर मनोज नागर ने बताया कि ज्ञापन में किसानों की कई समस्याओं को इंगित किया गया है।

1 . इस तरह का कार्यक्रम पूरे राज्य में 12 जनवरी से 15 जनवरी के बीच किया जाएगा।

2 . समस्त किसानों के कर्ज  माफ की जाए

3 . यूरिया के कट्टे का जो वजन काम किया गया है वह वजन कम ना किया जाए जो पीछे का मूल्य था उसी मूल्य पर 50 किलो का कट्टा का वजन किया जाए

4 . एम .एस. पी पर फसल खरीद पर गारंटी कानून बने

 5 . उत्तर प्रदेश की जर्जर अवस्था की ग्रामीण सड़कों को गड्ढा मुक्त कराया जाए।

 6 . गन्ने का मूल्य ₹450 प्रति कुंतल हो और बकाया गन्ना भुगतान किया जाए।

 7 . गन्ने का बकाया भुगतान  न करने वाली मीलों से किसान के गन्ने की आपूर्ति रोककर, भुगतान करने वाली मीलों की आपूर्ति हेतु निर्धारित करें।

 8 .किसान की उतनी ही जमीन बंधक की जाए जितने पर कर्ज दिया गया हो तथा कुछ कर्ज देने की एवज में सारी जमीन बंधक न की जाए।

 9 . तेलंगाना सरकार की तर्ज पर ₹12000  प्रति एकड़ वार्षिक अनुदान किया जाए ताकि उत्तर प्रदेश का किसान WTO का मुकाबला कर सके, और जिन परिवारों की वार्षिक आय 6 लाख से कम है उनके मुखिया का 10 लाख रुपए का बीमा कराया जाए।

 10 . वाहनों की उम्र किलोमीटर के हिसाब से रद्द की जाए ना की 10 साल  व 15 साल के आधार पर।

 11 . देश में बेरोजगारी दूर करने के लिए हर बेरोजगार युवक को ₹500000 की आर्थिक मदद की जाए ताकि वह युवा अपना काम कर सके और अपने परिवार का भरण पोषण कर सके।

 12 . सरकार द्वारा जो किसानों के सोलर पंप लगाए गए हैं उनको शिकायत करने के बाद भी ठीक नहीं किया जा रहा है उनको कंपनी द्वारा ठीक कराया जाए

 13 . आवारा गोवंश व जंगली जानवरों द्वारा उजाड़ी गई फसलों का पूर्ण मुआवजा मिले, एवं आवारा गोवंशों व जंगली जानवरों द्वारा हमला कर जान से मार देने की हालत में उम्र के अनुरूप मुआवजा मिले।

 14 . आवारा गोवंशों का स्थाई समाधान कराया जाए।

 15 . उत्तर प्रदेश में बिजली के पोल व जर्जर लाइन को जल्द से जल्द ठीक कराया जाए।

 16 . चकबंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के लिए वाद न्यायालय में भेजे जाएं क्योंकि उक्त वाद उनके अधिकारी सुनते हैं भ्रष्टाचार के कारण फैसला हमेशा गलत ही आते हैं।

 17 . किसानों को निर्बाध 18 घंटे बिजली और किसानों के बकाया  बिजली बिल माफ हो। गांव गरीब किसान मजदूर के बिलों पर सब्सिडी दी जाए

 18 . सरकारी विभागों में आवेदन पत्र के निराकरण हेतु समय सीमा के साथ-साथ जिम्मेदारी तय की जाए और समय सीमा पर समाधान न होने पर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई हो।

 19 . गाजियाबाद जिले में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्स-वे  दिल्ली मेरठ हाईवे का बकाया मुआवजा तुरंत दिया जाए। भूमि अधिग्रहण में प्रति मीटर मुआवजा ₹15000 हो एवं विस्थापन में भूमिहीन परिवारों को आवासीय भूखंड आवंटित हो।

गेल इंडिया गैस पाइपलाइन द्वारा निकल गई लाइन द्वारा किसानों की हो रही बर्बाद फसल गेल इंडिया द्वारा किसानों के साथ हुए समझौते को लागू किया जाए

19 गाजियाबाद जिले में हाइटेक सिटी सनसिटी द्वारा किसानों के साथ किए गए समझौते को लागू किया जाए

 20 . एन.सी.आर व उत्तरप्रदेश में जहां भी कारखाने फैक्ट्री लगाई जाए 80% रोजगार स्थानीय लोगों को दिए जाएं क्योंकि कारखाने का प्रदूषण स्थानीय नागरिक झेलते हैं एवं प्रत्येक कारखाना इलाज के लिए अस्पताल व शिक्षा के लिए फ्री सुविधा स्थानीय निवासियों के लिए उपलब्ध कराए।

 21 . उत्तर प्रदेश में मोदीनगर शुगर मिल सिंभावली शुगर मिल सिंभावली  बजाज ग्रुप जैसी अन्य मीले जो किसान के गन्ने का बकाया भुगतान नहीं कर रही है उनसे मय ब्याज किसानों का बकाया भुगतान कराया जाए और यदि नहीं हुआ तो बकायदार किसान हर चीनी मील को जनवरी के प्रथम सप्ताह में बंद करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।

22 प्राइवेट बैंक द्वारा कर्ज लेने वाले लोगों पर पेनल्टी अनाप-शनाप ब्याज लगाकर उनका शोषण किया जा रहा है प्राइवेट और फाइनेंस कंपनी जिस प्रकार पहले साहूकार लोगों के घर मकान दुकान हड़प लेते थे इस प्रकार आज प्राइवेट बैंक  फाइनेंस कंपनी कर रही है इस शोषण  को बंद किया जाए

23 प्राइवेट हॉस्पिटलों में डॉक्टरों की फीस ₹200 निर्धारित की जाए जो प्राइवेट हॉस्पिटलों में इलाज के नाम पर लूट मचा रखी है उसको बंद किया जाए प्राइवेट स्कूलों पर भी फीस पर अंकुश लगाया जाए

नागर ने आगे कहा कि उपरोक्त समस्याओं का समाधान अगर नहीं होता है तो पूरे प्रदेश और देश में आंदोलन चलाया। वहीं प्रमोद त्यागी जिला अध्यक्ष ने कहा कि किसान एवं मजदूरों की मांगों को माना जाना पूर्ण रूप से जनहित में है, इन सभी मांगों पर विचार कर पूर्ण किया जाए। मांग पूरी न होने पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी आंदोलन के लिए बाध्य होगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मास्टर मनोज नगर, प्रमोद त्यागी, भूपेंद्र त्यागी, मुकेश त्यागी, एडवोकेट मनोज शर्मा, जाकिर, श्याम सुंदर त्यागी, शहाबुद्दीन, फिरोज खान अमरपाल शर्मा, धीरज सोनी, करण, प्रताप, विजेंदर प्रजापति, सहित अनेक कार्यकर्ताओं में भाग लिया।।

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