कुवैत सरकार ने सख्त किया श्रम कानून, कुवैत में प्रदर्शन करने पर खैर नहीं

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अनुराग दुबे : भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ कुवैत में प्रदर्शन करने पर, कुवैत सरकार ने कड़ा रूख अपनाया है। दूसरे देशों अथवा भारतीय मजदूर अगर कुवैत में प्रदर्शन करेंगे तो फिर उनको श्रम कानून के अंतर्गत वे कभी भी दोबारा कुवैत नहीं जा सकेंगे।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रम कानूनों के मामले में अप्रवासियों के लिए अलग से नियम बनाए गए हैं। इसमें अप्रवासी कामगारों को कुवैत में किसी भी प्रकार का प्रदर्शन या धरना देने की अनुमति नहीं है। इसके बाद भी वहां रह रहे भारतीयों और एशियाई नागरिकों ने नुपुर शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके बाद उन्हें वापस भारत भेजने का फैसला किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें जल्द ही वापस भेज दिया जाएगा।

नियमों के तहत कानून का उल्लंघन करने पर कुवैत सरकार अप्रवासियों को वापस उनके देश भेज देती है। इसके अलावा दोबारा उनके देश आने पर प्रतिबंध भी लगा देती है।

ऐसे में प्रदर्शन करने वाले भारतीय दोबारा कुवैत नहीं जा पाएंगे। भारत की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के खिलाफ 10 जून को कुवैत में प्रदर्शन किया गया था। फहाहील इलाके में हुए इस प्रदर्शन में भारतयों समेत अप्रवासी एशियाई नागरिक शामिल हुए थे। इसके बाद कुवैत सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उन्हें उनके देश वापस भेजने का फैसला किया। इससे यह साफ जाहिर होता है कि कुवैत सरकार प्रदर्शन के मामले में कितनी सख्त है। उपद्रवयियों के खिलाफ कड़ी रुख अपनाते हुए कुवैत सरकार ने श्रम कानून को और सख्त कर दिया है। ताज्जुब की बात यह है कि अगर आप भारत के नागरिक हैं तो फिर इस मामले में भारत सरकार या भारतीय विदेश मंत्रालय भी कुछ नहीं कर सकता है।

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