कांग्रेस के लिए दूसरा राजस्थान बना कर्नाटक, सीएम को लेकर संघर्ष जारी

दीपक झा। कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री पद को लेकर डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच तकरार जारी है। कांग्रेस पार्टी के भीतर सीएम पद को लेकर चिंतन में जुटे कई बड़े नेता। तीन दिन से मंथन जारी है। सीएम पद को लेकर लेकिन अभी तक फाइनल नहीं हुआ है। आखिर कर्नाटक की कमान किसके हाथ में होगी’। आपको बता दें कि इसी सिलसिले में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार मंगलवार 16 को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से अलग-अलग मुलाकात की। हालांकि अभी तक दोनों ही नेताओं में से किसी ने कोई आधिकारिक स्टेटमेंट नहीं दिया। पहले डीके शिवकुमार ने मल्लिकार्जुन खड़गे से करीब 30 मिनट तक मुलाकात की तो वही सिद्धारमैया 1 घंटे तक उनके आवास पर रहे और चर्चा की। ये दोनों ही नेता सीएम पद के प्रवाल दावेदार माने जा रहे हैं। लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल रहा है, आखिर कर्नाटक में कांग्रेस किसे सीएम बनाएगी। मीडिया रिपोर्ट की माने तो डीके शिवकुमार कर्नाटक के सीएम बनना चाहते हैं। खड़गे से मुलाकात में उन्होंने कहा 2019 का चुनाव हम उनकी वजह से ही हारे। 2020 में हमारी सरकार भी उन्ही के वजह से गिरी तो फिर उन्हें क्यों बनना चाहिए। मुख्यमंत्री, डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया ये दोनो ही नेता पीछे हटने को तैयार नहीं है। अगर कांग्रेस 17 मई को सीएम घोषित नहीं कर पाई आलाकमान तो फिर सीएलपी की मीटिंग नहीं होगी। कांग्रेस पार्टी ने 224 सीटों में से 135 सीट जीत तो लिए। लेकिन अभी तक कर्नाटक के लोगो को उनका सीएम नहीं मिल पाया। आपको बता दें तो कई राजनीतिक विश्लेषक का मानना है, की कांग्रेस पार्टी का हाल आने वाले समय में राजस्थान जैसे होंगे और यह सरकार सही से नहीं चल पाएगी।

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