भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देश में भी मनाया जाता है  हनुमान जन्म महोत्सव

निशू सिंह

हनुमान जयंती के त्यौहार को हिंदू लोग बड़े ही श्रद्धा और मनोभाव से मानते हैं। इस दिन भगवान हनुमान जी का जन्म हुआ था, इसी खुशी में हनुमान जयंती मनाया जाती है। हनुमान जयंती सिर्फ भारत के लोग ही नहीं बल्कि नेपाल के लोग भी बड़े धूमधाम से इस पर्व मानते हैं। आमतौर पर भगवान हनुमान जी के लिए मंगलवार का दिन समर्पित होता है लेकिन हनुमान जयंती का पर्व देश के विभिन्न हिस्सों में एक अपना इतिहास और पहचान रखता है।

हनुमान जयंती के महापर्व पर दिल्ली के हनुमान मंदिर के इलाकों में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ 50,000 से 60,000 के बीच एकत्रित होती है। इस दिन सभी श्रद्धालु अपने दुखों को दूर करने के लिए भगवान हनुमान जी से विनती करते हैं। वहीं इसकी दूसरी ओर कर्नाटक में हनुमान जयंती का एक अनूठा रंग भी देखने को मिलता है यह मार्गशीर्ष महीने के दौरान त्रयोदशी को मनाया जाता है। हनुमान जी को वायु पुत्र के नाम से भी जाना जाता है।

हनुमान जी महादेव के 11वें अवतार माने जाते हैं।

हनुमान जी के माता का नाम अंजना है वह एक अप्सरा थी, श्राप के कारण पृथ्वी पर उनका जन्म हुआ। हनुमान जी के पैदा होने पर वह श्राप से मुक्त हो गई थी। हनुमान जी के पिता बृहस्पति जी के पुत्र थे। वह सुमेर नामक स्थान के राजा थे।

वाल्मीकि रामायण में कहा गया है कि अंजना माता ने पुत्र प्राप्ति के लिए महादेव जी की 12 वर्ष तक तपस्या की थी। अंजना माता के तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव जी ने उन्हें आशीर्वाद दिया। जिसके कारण उन्हें संतान की प्राप्ति हुई। जिसे अंजनी पुत्र के नाम से जाना गया।

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