कुंडली बॉर्डर पर किसान ने की आत्महत्या, फैली सनसनी

कुंडली बॉर्डर पर किसान की आत्महत्या,, लटका मिला शव

कुंडली बॉर्डर पर किसान की आत्महत्या,, लटका मिला शव

कुंडली बॉर्डर पर आज सुबह एक किसान फंदे से लटका मिला जिसके बाद धरना स्थल पर संनसनी फैल गई। मरने वाले किसान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक मृतक भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के संगठन का सदस्य था। किसान की डेड बॉडी नीम के पेड़ पर फंदे से लटके हुए मिली।

मरने वाले किसान की पहचान गुरप्रीत सिंह पुत्र गुरमेल सिंह के गांव रूड़की, जिला फतेहगढ़ साहिब के रूप में हुई है। वह अकेला ही अंसल सुशांत सिटी के पास गांव की ट्रॉली में रह रहा था। इसी सूचना किसानों ने पुलिस को दी तो पुलिस ने मौक पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल भिजवा दिया है। इसको लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि किसान ने आत्महत्या की है या किसी ने उसे मारकर नीम के पेड़ से लटका दिया है।


बता दें कि इससे पहले पिछले महीने कुंडली बॉर्डर पर पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द निवासी लखबीर सिंह की हाथ और पैर काटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने सभी को चौंका दिया था। कुंडली बॉर्डर के पहले मोर्चे पर डटे निहंगों ने घटना की जिम्मेदारी ली थी।


उनका कहना था कि युवक ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की है, इसलिए उसे मार डाला गया। वारदात के बाद से संयुक्त किसान मोर्चा पर सवाल उठने लगे तो पत्रकार वार्ता कर मोर्चा के नेताओं ने साफ किया कि मरने वाले युवक या निहंगों का किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है, लेकिन घटना को वह गलत ठहराते हैं।

वहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का एक साल पूरा होने वाला है. ऐसे में किसान संगठनों ने 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान ट्रैक्टर मार्च निकालने का फैसला किया है. दरअसल, किसान एकता मोर्चा के तहत किसान संगठनों की बैठक हुई. इस बैठक में किसान आंदोलन पर आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. इस बैठक में राकेश टिकैत, दर्शनपाल सिंह और गुरनाम सिंह समेत कई बड़े किसान नेता शामिल हुए।

About Post Author