सीमेंट और सरिया के भाव में गिरावट, सरकार द्वारा उठाए गए कदम गिरे दाम

एक अदद ‘अपना घर’ बनाना हर किसी का सपना होता है। अब सरकार से पीएम आवास योजना से मिलने वाली सहायता से यह आसान भी हुआ है। लेकिन, भवन निर्माण की मुख्य सामग्री जैसे सीमेंट सरिया के आसमान छूते भाव के कारण सहायता के बावजूद यह सपना पूरा करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं अन्य लोग भी बिल्डिंग मटेरियल के महंगे भाव के चलते अपने कदम पीछे खींचने को मजबूर हो जाते हैं।
यदि आप भी इन्हीं कारणों से अभी तक अपना आशियाना नहीं बना पाए हैं तो यह समय आपके लिए बेस्ट है। दरअसल, मकान बनाने वाली सामग्रियों की कीमतें कम) हुई हैं। कुछ समय पहले तक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे सीमेंट और सरिया की कीमतों में गिरावट आई है। सरकार के द्वारा उठाए गए कदम और मानसून की वजह से मांग में कमी की वजह से यह गिरावट आने की बात कही जा रही है। टीएमटी सरिया का खुदरा भाव 65 हजार रुपये प्रति टन के करीब आ गया है। यह अप्रैल में 75 हजार रुपये प्रति टन के करीब था। सरिया की खुदरा कीमत 60 रुपये प्रति टन से नीचे आ चुकी है जो कि अप्रैल में 80 हजार का लेवल पार कर गया था। इस दौरान ब्रांडेड सरिया का भाव एक लाख रुपये प्रति टन से घट कर 85 हजार रुपये प्रति टन से नीचे पहुंच गया। वहीं, सीमेंट के भाव में भी गिरावट देखने को मिली है। अप्रैल के महीने में 50 किलो सीमेंट की बोरी 450 रुपये के पार पहुंच गई थी। अब इसकी कीमत 400 रुपये से नीचे आ गई है। ईंट की कीमतों में भी इस दौरान गिरावट देखने को मिली है। मकान बनाने वाली सामग्रियों जैसे टाइल्स, रेत और डस्ट सभी की कीमतों में कमी देखने को मिली है। मानसून के दौरान मांग में कमी रहती है जिसका मकान बनाने वाली समाग्रियों की कीमतों पर असर दिखता है। इसके अलावा सरकार के कुछ कदमों की वजह से इनकी कीमतों में कमी आई है। हाल ही में स्टील पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद सप्लाई बढ़ने से स्टील की कीमतों में कमी देखने को मिली थी।

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