गुरूवार का मंत्र जपने से हर बाधा हो जाती है दूर

Rajtilak Sharma। हर किसी व्यक्ति के जीवन में ग्रह-नक्षत्रों का प्रभाव पड़ताहै। हर जातक के ग्रहों की चाल उल्टी और सीधी होती है। कुंडली में किसी भी ग्रह की अशुभ स्थिति का दुष्प्रभाव भी जातकों को झेलना पड़ता है। वहीं अगर किसी की कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो तो उसके मांगलिक कामों में परेशानी आनी शुरू हो जाती हैं। बृहस्पति की अगर चाल सही नहीं है तो आदमी को शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत कष्ट झेलने पड़ते हैं। इसके लिए हिंदु धर्म शास्त्रों में उपाय दिए गए हैं। इस दिन गुरुवार के दिन कुछ खास मंत्रों का जाप करना बहुत लाभकारी माना गया है. इससे बृहस्पति शांत होता है और व्यक्ति के सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। बृहस्पति देव की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन व्रत रखना बहुत ही फलदायी होता है। पीली चीजों का संबंध गुरु ग्रह से होता है ऐसे में गुरुवार के दिन पानी में हल्दी डालकर नहाने से भगवान बृहस्पति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना और दीपक जलाना बहुत लाभकारी माना गया है। व्यक्ति को इन मंत्रों का भी जाप करना चाहिए।

बृहस्पति शांति ग्रह मंत्र-
1.

देवानाम च ऋषिणाम च गुरुं कांचन सन्निभम।
बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।।
2.
-ॐ बृं बृहस्पतये नमः।।
3.
-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।
4.
ॐ ह्रीं नमः।
ॐ ह्रां आं क्षंयों सः ।।
5.
बृहस्पति मंत्र
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः!
6.
ॐ बृं बृहस्पतये नमः!

कुंडली में गुरू को मजबूत करने के लिए आप हर रोज पूजा के समय इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। अगर जल्द से जल्द लाभ पाना है तो पूजा करते वक्त कम से कम एक माला का जाप जरूर करें। यहां पर दी गई सूचना केवल मान्यताओं और जानकारियों पर केंद्रित है। अतः आईआईएमटी न्यूज किसी भी प्रकार की जानकारी और मान्यता का समर्थन नहीं करता है। किसी भी प्रकार जानकारी को अमल में लाने से पहले उस संबधित क्षेत्र के लोगों से सलाह जरूर करें।

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