दिवाली के दिन पूजा करते समय भूलकर भी न करें ये गलतियाँ

दिवाली की पूजा

दिवाली की पूजा

प्रज्ञा तिवारी। दिवाली का त्यौहार खुशियों का त्यौहार होता है। हिंदू धर्म  में दिवाली देश का सबसे बडा पर्व माना जाता है। इस दिन की तैयारी लोग काफी समय पहले से ही शुरू कर देते हैं। जैसा की दिवाली देश के हर कोने मे मनाई जाती है उसी के साथ हर जगह के अपने रीति-रिवाज होते है। दीपावली में माँ लक्ष्मी और श्री गणेश जी की पूजा का महत्व होता है। लेकिन इस पूजा को करते समय कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं।  

दिवाली की पूजा करते समय क्या-क्या गलतियाँ ना करें-

 दिवाली की इस पूजा में माँ लक्ष्मी और श्री गणेश के पूजन के साथ-साथ माँ सरस्वती की पूजा जरूर करनी चाहिए।

 दिवाली के दिन पूजा में कलश का उपयोग करना जरूरी है। इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं।

 इस पूजा को करते समय आपका मुख उत्तर दिशा में ही होना चाहिए।

वहीं इस दिन घर मे साफ-सफाई रहना बहुत जरूरी है। कहा जाता है कि दिवाली के इस पावन अवसर पर घर में माँ लक्ष्मी का वास होता है

इसी के साथ घर के गेट पर माँ लक्ष्मी के पदचिन्हों को लगाना चाहिए।

महालक्ष्मी की इस पूजा में कुबेर यंत्र को स्थान देना जरूरी है।

दिवाली की पूजा में सामग्री का विषेश ध्यान रखना चाहिए, सामग्री में मखाना, बताशे, घी, खीर, पान, फल, मिठाई जरूर होने चाहिए।

कहा जाता है कि अगर माँ लक्ष्मी को जल्दी प्रसन्न करना है तो चौघडियाँ मुहूर्त में ही पूजा प्रारम्भ करें।

माँ लक्ष्मी की आरती के लिए सतमुखी दीपक का प्रयोग करना आवश्यक है।

पूजा में महालक्ष्मी और श्री गणेश की मूर्ती जितनी छोटी हो उतना अच्छा है।

 दीपावली के इस त्यौहार पर कहा जाता है कि माँ लक्ष्मी घर में प्रवेश करती है।

इस दिन का लोगों को बेहद इन्तजार रहता है। दीपावली का दिन माँ लक्ष्मी की कृपा पाने का सबसे अच्छा अवसर माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है।


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