लवी फंसवाल। पाकिस्तान अधिकृत चीन में अपनी गतिविधियां फिर से बढ़ाने लगा है। इसी के साथ भारत को घेरने के लिए पाकिस्तान का मित्र राष्ट्र चीन हर संभव प्रयास कर रहा है। जिसको लेकर पाकिस्तान के साथ मिलकर चीन लाइन ऑफ कंट्रोल पर बुनियादी ढांचे को तैयार करने में जुटा है। चीन ने केवल पाकिस्तान को ड्रोन और लड़ाकू विमान दिलवा रहा है, बल्कि एलओसी पर भूमिगत केबल बिछाने और कम्युनिकेशन टावर लगवाने का काम भी करवा रहा है।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के बाद चीन पूरी तरह चिड़ गया है। इसी को लेकर वह पाकिस्तान का हर संभव साथ देने के लिए तैयार हो गया है। इधर सैन्य अधिकारियों का कहना है कि पीओके में चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) और हाइड्रल परियोजनाओं के निर्माण के तहत पाकिस्तान की मदद कर रहा है। इसी के साथ चीनी सैनिक और इंजीनियर एलओसी पर भूमिगत बंकरों के निर्माण में पाकिस्तानी सेना की मदद कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक तौर पर इस पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन खुफिया एजेंसियों को इसकी जानकारी प्राप्त हो रही है। हाल ही में चीन में बनी 155 एमएम की ट्रक से चलने वाली हॉवित्जर तोपों एसएच-15 को एलओसी पर कुछ स्थानों पर देखा गया था। इसे पिछले साल पाकिस्तान दिवस की परेड में भी शामिल किया गया था। जनवरी 2022 में चीन ने पाकिस्तान के साथ इन 236 तोपों का समझौता किया था। लंदन की जेन्स डिफेंस मैगजीन के मुताबिक, पाकिस्तान ने इन एसएच-15 तोपों की सप्लाई के लिए चीन की कंपनी नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉरपोरेशन के साथ समझौता किया था। इसके तहत इन तोपों की पहली खेप के तहत 236 तोपें जनवरी 2022 में डिलीवर की थी। इसी के साथ पीओके में सुरंग खोदने की बात भी सामने आ रही है।

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