आतंकवाद के खिलाफ़ बैठक पर चीन और पाक की आनाकानी

अजित डोभाल के नेतृत्व में अफगानिस्तान पर चर्चा

भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के नेतृत्व में अफगानिस्तान पर चर्चा के लिए आठ देशों की उपस्थिति

अफगानिस्तान में आतंकवाद की समस्या पर दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की बैठक हो रही है। जिसकी मेज़बानी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल करेंगे। इस बैठक में भारत समेत रूस, ईरान, कजाकिस्तान, ताजिकस्तान, उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और किर्गिस्तान के सुरक्षा सलाहकार भाग लेंगे। दरअसल इस बैठक में पाक और चीन के सुरक्षा सलाहकार की अनुपस्थिति रही है। इस बात की पुष्टि पाक औऱ चीन के सलाहकार ने अपने ट्विटर हेंडल से दी। वैसे भी भारत की संप्रभुता पर पाक और चीन कायराना हरकत को अंजाम देने की फिराक में बने रहते है।    

बता दें, अफगानिस्तान पर अगस्त में हुए तालिबान के कब्ज़े के बाद वहां की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। तालिबानियों के सरिया कानून से अफगानियों के अधिकारों का हनन हो रहा है। इसी चिंतन मनन की कड़ी में इस बार भारत की अध्यक्षता में रूस, ईरान समेत कुल आठ देश आज दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बैठक का हिस्सा बनेंगे। बैठक में पाक और चीन की अनुपस्थिति से स्पष्ट होता है कि आतंकवाद को सरंक्षण देने में इनकी बड़ी भूमिका रहती है। बैठक में आने से पाक ने पहले ही अपने हाथ खड़े कर दिए थे, अपने दोस्त देश को देख चीन ने भी अपना फैसला बदल दिया।    

इस वार्ता में अफगानिस्तान में तालिबानी अधिपत्य के बाद घटित अवांछित घटनाक्रम पर बात की जाएगी। इसके अलावा मानव जीवन पर संकट का समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा। इसमें देखने वाली बात ये है कि चीन और पाकिस्तान हमेशा आतंकवाद से जुड़ी वार्ताओं में आने और उसपर चर्चा करने से बचता रहा है। इन दोनों देशों की मनसा संदेहस्पद रहती है इस से डरकर दोनों आँखें बचाकर निकलना चाहते हैं।

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