राष्ट्रपति चुनाव से पहले अखिलेश और मायावती ने एक दूसरे पर साधा निशाना

राष्टपति

रजनीश कुमार सक्सेना

देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी जंग शुरु हो गई है। क्योंकि कुछ महीनों बाद देश में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी में कई नामों को लेकर चर्चा चल रही है। जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार का नाम सामने आ रहा है साथ ही अन्य कई दूसरे चेहरे का नाम राजनीतिक गलियारे में घूम रहा है।

लेकिन इन सब अटकलों के बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बसपा प्रमुख मायावती को लेकर एक विवादित बयान दिया है। अखिलेश यादव ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अपना वोट बीजेपी को इसलिए दिया है कि बीजेपी उन्हें राष्ट्रपति बना देगी। उसके तुरंत बाद मायावती की तरफ से इस पर प्रतिक्रिया दी गई। बसपा प्रमुख मायावती ने अखिलेश यादव के राष्ट्रपति चुनाव वाले बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि वह देश की प्रधानमंत्री बनना पसंद करेंगी। देश का राष्ट्रपति बनने की कोई ख्वाहिश नही है।

मायावती ने अपने बयान में अखिलेश यादव द्वारा भाजपा को वोट देने वाले बयान पर कहा कि यह पूरी तरह मनगढंत है। उन्होंने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि सपा की वजह से ही भाजपा सत्ता में दोबारा लौटी है। आगे उन्होंने कहा कि वह देश के दबे-कुचले लोगों के लिए कार्य देश का राष्ट्रपति बनकर नहीं बल्कि देश की प्रधानमंत्री बनकर कर सकती है।

इसलिये अखिलेश यादव राजनीतिक स्वार्थ के लिये उन्हें राष्ट्रपति बनाने का जो सपना देख रहे है वह उसे भूल जाएं। गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को मैनपुरी में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मायावती पर आरोप लगाया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अपना वोट भाजपा को हस्तांतरित कर दिया । इस पर मायावती ने कहा था कि तमाम गठबंधन करने के बावजूद समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने में नाकाम रही।

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