आखिर आरबीआई ने पुराने नोटो का क्या किया, नोटबंदी के पांच साल पूरे

नोटबंदी के बाद पुराने नोटो का क्या हुआ, आरबीआई ने कहां किए नोट

नोटबंदी के बाद पुराने नोटो का क्या हुआ, आरबीआई ने कहां किए नोट

जनता को इस सवाल का जबाव जानना लाजमी है, और यह जानना दिलचस्प है कि आखिर 15 लाख करोड़ से भी ज्यादा के अमाउंट का आखिर क्या हुआ और अभी वो नोट कहां हैं? क्योंकि भारतीय समाज सवाल पूछने का अधिकार रखती है। आरबीआई ने सवाल का जबाव देते हुए कहा कि नोटबंदी के बाद कुल 15.28 लाख करोड़ की धनराशि वापस हुई थी, जिसका विघटन कर दिया गया था।

बता दें कि विघटन के बाद नोट बाजार में वापस नहीं लाए जा सकते है। कुल जमा हुए नोटो को काट दिया गया है। सवाल है कि आखिर विघटन क्या होता है? आरबीआई के नियमों के मुताबिक, नोटों की वेरिफिकेशन एंड प्रोसेसिंग सिस्टम के बाद उनका ब्रिकेट सिस्टम के जरिए ब्रिक्स तैयार किया जाएगा।

पुराने नोटों को सिस्टम के अनुसार विघटन किया जाता है। पहले चरण में यह देखा जाता है कि करेंसी नष्ट करने के लायक हैं या नहीं। फिर दूसरे चरण में श्रेडिंग ब्रिकेट सिस्टम के जरिए नोटों को मशीन की मदद से बारीक कतरनों में बदला जाता है। दरअसल, आरबीआई ने अहमदाबाद के एनआईडी से मदद मांगी थी और उसके बाद बच्चों ने नोट के इन टुकड़ों से तकिया, टैबल लैंप जैसी चीजें बनाई थी।

गौरतलब है, इस साल आरबीआई के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, 26.88 लाख करोड़ के नए नोटो का चलन हो चुका है। 2020-21 में 16.8 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। वित्त वर्ष की बढ़ोत्तरी की मुख्य वजह कोरोना महामारी है। नोटबंदी के बाद से ही देशभर में डिजिटल भुगतान के चलन में जबरदस्त वृद्धि हुई। हालांकि, नोटबंदी के पांच साल बाद डिजिटल भुगतान में हुई भारी वृद्धि के बावजूद चलन में नोटों की संख्या में भी लगातार तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन, वृद्धि की रफ्तार धीमी है।

जानकारों का कहना है कि देश में आई कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए लोगों ने एहतियात के रूप में नकदी रखना बेहतर समझा। इसी कारण पिछले वित्त वर्ष के दौरान चलन में बैंक नोटों की संख्या काफी बढ़ गई।

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