साइबर क्राइम पर रोक लगाएगा आईआईटी कानपुर

आधुनिकता के इस दौर में साइबर क्राइम ने देश के कई नागरिकों की नाक में दम कर रखा है। इसे रोकने के लिए आईआईटी कानपुर ने 13 स्टार्टअप और 25 रिसर्च एंड डेवलपमेंट कार्यक्रम की शुरुआत की है। संस्थान के साइबर सिक्योरिटी एंड साइबर सिक्योरिटी ऑफ साइबर फिजिकल सिस्टम ने इस कार्यक्रम को देश में बसे आधुनिक लुटेरों को रोकने के उद्देश्य के साथ लांच किया है। इस योजना के निदेशक प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल के मुताबिक, इस कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों की निगरानी में तकनीक को विकसित कर साइबर सुरक्षाकवच बनाने पर ज़ोर दिया जाएगा।
सोशल साइट्स के जरिये होती हैकिंग
डिजिटल इंडिया की ओर तेजी से बढ़ते भारत में हर एक व्यक्ति सोशल मीडिया के जरिये नए-नए लोगों से संपर्क बनाता है। जिसके लिए वे फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर आदि पर अपनी पर्सनल डीटेल्स साझा करते हैं। हैकर्स यूजर की इसी डीटेल का गलत इस्तेमाल कर तरह-तरह के अपराध करते हैं। सोशल मीडिया के जरिये बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए सह परियोजना निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला ने बताया कि आधार नंबर, पैनकार्ड नंबर और क्रेडिट कार्ड के नंबर पूछकर लोगों के खातों से रुपये उड़ाने का खेल चल रहा है। इस गोरख धंधे पर अंकुश लगाने के लिए आईआईटी कानपुर की ओर से नए शोध किए जा रहे हैं, जल्द ही किसी अच्छे नतीजे पर पहुंचेगे।

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