पुलिस प्रताड़ना से परेशान युवक ने की खुदकुशी, मोर्चरी में शव की दोनों आंखें निकली देख परिजनों ने किया हंगामा

उत्तर प्रदेश के जालौन जनपद में झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। मामला उरई कोतवाली क्षेत्र के इंदिरा नगर का है। यहां के रहने वाले विनय रायकवार को 21 अप्रैल को उरई कोतवाली के मंडी चौकी प्रभारी अभिषेक कुमार ने 3/25 आर्म्स एक्ट में पकड़कर जेल भेज दिया था। इसके बाद उसकी मां गुड्डन देवी ने उसे जमानत पर छुड़ाया था। बीते शुक्रवार शाम को युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना पर पुलिस ने शव को पस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले किया गया। मोर्चरी पर रखा शव देख मौजूदा लोगों के छक्के छूट गए। मृतक की दोनों आंखें गायब थी। इस मामले को लेकर शहर उरई के कुछ लोगों ने परिजनों के साथ सड़क जाम की। हंगामे को रोकने के लिए जिला अधीक्षक और डीएम मौके पर पहुंचे और परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया। मृतक की बहन सोनिया का आरोप है कि उसके भाई की आंखों को मोर्चरी से निकाल ली गई हैं। यह स्वास्थ्य महकमे की बड़ी लापरवाही है। मुख्य चिकित्साधिकारी ऊषा का कहना है कि मामले कि छानबीन की जा रही है। आंख के गायब होने की सूचना पर चिकित्सक टीम और प्रशासनिक टीम बखूबी पड़ताल कर रही है। उनका कहना है कि हो सकता है कि मोर्चरी के चूहे के द्वारा शव की आंखे कुतर दी गई हों। फिलहाल मामले की सघनता से जांच की का रही है। अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह का कहना है कि 21 अप्रैल को विनय रायकवार उर्फ महाकाल को झांसी रोड पर एक तमंचा, तीन कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद वह छूट कर आया तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। उन्होंने बताया कि परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाया है, जिसकी जांच उन्होंने उरई सी ओ संतोष कुमार को दी है, जांच में जो सामने आएगा उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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