चुनाव से पहले सपा को लगा बड़ा झटका, साइकिल से उतकर कमल पर सवार हुए कई एमएलसी

सपा

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टियों ने रणनीति का खेला शुरु कर दिया है। अपने-अपने दांव को अछूता नहीं होने दिया जा रहा है। बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस अपने जाल विछाने में लगे है। दरअसल ग्राउंड पर जानवार्ता की मध्य निकले निष्कर्श के मुताबिक बीजेपी इस दौर में काफी आगे दिख रही है। सच यह भी है कि कमल की दौड़ के ठीक पीछे अखिलेश यादव की साईकिल भी रफ्तार पकड़ती जा रही है। अब देखना होगा कि इस दौड़ में सफलता किसके हाथ लगती है। फिलहाल सफलता का रिजल्ट उत्तर प्रदेश की जनता के हाथ में है। कैन होगा विजेता और किसके चेहरे में छाएगी मायुशी इसका स्पष्टीकरण 2022 में होगा। दरअसल पार्टियों में जोश की कवायद का आंकलन करना अबी मुश्किल है। पूरे जोश के साथ प्रचार प्रसार औऱ तोड़-जोड़ चल रही है।


आज अखिलेश यादव की पार्टी के एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, नरेन्द्र भाटी, सीपी चंद और रमा निरंजन ने बीजेपी का दामन थामा है। इन सभी MLCs ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ दिनेश शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में पार्टी ज्वॉइन की। इस दौरान स्वतंत्रत देव सिंह ने कहा कि प्रदेश में सपा के वफादार साथी रहे नरेंद्र भाटी के जुड़ने से बीजेपी को मजबूती मिलेगी और सूबे में सपा और कमजोर होगी।

बीजेपी के प्रदेश के मुखिया स्वतंत्र देव ने कहा कि रविशंकर सिंह के आने से बलिया में सपा को तगड़ झटका लगेगा और सीपी चंद के आने से पार्टी मजबूत होगी। साथ ही रमा निरंजन के आने से बुंदेलखंड क्षेत्र में पार्टी की ताकत बढ़ेगी। अखिलेश यादव पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि आज अखिलेश यादव को नींद नही आएगी। बीजेपी में शामिल हुए सदस्य और लोगों को सपा से बीजेपी में लाने की चिंता करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि जैसे कोरोनाकाल में अखिलेश आराम कर रहे थे अभी भी आराम करें।

सूत्रों के अनुसार ज्वाइनिंग कमेटी के पास सपा और बसपा के विधायक और एमएलसी सहित कई बड़े नेताओं को बीजेपी में शामिल कराने का प्रस्ताव रखा गया था। वहीं समिति ने सपा के विधान परिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू, सीपी चंद, अक्षय प्रसाद सिंह, रमा निरंजन व बसपा के ब्रजेश कुमार सिंह प्रिंसू सहित दस एमएलसी के बीजेपी में शामिल करने की मंजूरी दे दी थी।


सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले परिषद सदस्यों में अधिकांश सदस्य नगर निकाय क्षेत्र से एमएलसी है। बीजेपी ने इन सदस्यों को विधान परिषद के आगामी नगर निकाय क्षेत्र चुनाव में उम्मीदवार बनाने की भी सहमति दे दी है। सपा के सदस्यों को बीजेपी में शामिल कराने में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और बीजेपी के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह की बड़ी भूमिका बताई जा रही है। विधानसभा चुनाव से पहले इन सदस्यों के बीजेपी में शामिल होने से सपा को बड़ा झटका लगेगा। वहीं, बीजेपी को इन सदस्यों के प्रभाव वाले क्षेत्र में फायदा होगा।

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