एम्स नर्सिंग यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर दी चेतावनी, कहा 10 जून को करेंगे सामूहिक अवकाश

राजतिलक शर्मा

एम्स नर्स यूनियन पिछले 10 दिनों से अपनी मांगों को लेकर अस्पताल प्रशासन के सामने प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन एम्स प्रशानस उनकी जायज मांगों को सुनने को तैयार नहीं है। यह कहना है एम्स नर्सिंग यूनियन के अध्यक्ष हरीश काजला का। उन्होंने बताया कि गर्मी के मौसम में हम लोग पीपीई किट पहनकर लगातार 6 से 8 घंटे काम कर रहे हैं। जिसके कारण हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। शरीर में पानी की कमी के कारण कई महिला नर्सों की हालत काफी खराब हो चुकी है। हमारी मांग है कि स्वास्थ्य कर्मी केवल 4 घंटे पीपीई किट पहनकर काम करे। हम अस्पताल निदेशक के कमरे के बाहर पिछले 10 दिनों से अपनी मांग को लेकर शांतीपूर्वक प्रर्दशन कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई है। अगर प्रशासन ने नर्सों की मांगों को नहीं माना तो हम सभी लोग 15 जून से सामूहिक रूप से धरने पर बैठ जाएगें और इसका जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन होगा। अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों ने एम्म के निदेशक रणदीप गुलेरिया को पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनकी ड्यूटी छह के बदले चार घंटे की जाए। साथ ही रोटेशन पॉलिसी के तहत उनकी ड्यूटी लगाई जाए। काजला ने आगे कहा कि कोरोना पीड़ितों की सेवा के कारण कई स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव भी हो चुके हैं।

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