आम जनता को मिल सकती है राहत,आने वाले दिनों में कम हो सकती है पेट्रोल-डीजल की कीमतें

पेट्रोल-डीजल

अंतराष्ट्रीय बाजार सें कच्चे तेल की कीमतों में अब गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं इस समय क्रूड तेल का कीमत 80 डॉलर के नीचे आ गया है। जबकि पिछले महीने इसकी कीमत 80 डॉलर के नीचे ही था। अक्टूबर महीने की आखिरी में तेल की कीमत 86 डॉलर के करीब पहुंच गया था। बताया जा रहा है कि कच्चे तेल के दाम कम होने से पेट्रोल-डीजल के दामों में गिरावट आ सकती है। केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि ओपेक प्लस देशों ने हाल ही में दिसंबर महीने से कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने की बात कही है। वहीं अगस्त से ओपेक प्लस देश मिलकर हर महीने रोजाना आधार पर 4 लाख बैरल प्रोडक्शन में बढ़ोतरी शुरू कर दिया था।


इसी के तहत दिसंबर महीने में 20 लाख बैरल प्रोडक्शन रोजाना आधार पर ज्यादा होगा। ओपेक प्लस देशों ने इस बढ़ोतरी को आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। वहीं आने वाले दिनों में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर तक जा सकते हैं। अजय केडिया के मुताबिक अगर कच्चे तेल की घटती कीमतों का फायदा पेट्रोलियम कंपनियां आम जनता को देती हैं तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में प्रति लीटर 2 से 3 रुपए तक की कमी आ सकती है। जबकि आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपए कमजोर होता दिख रहा है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल का सस्ता होना मुश्किल हो सकता है।


गौरतलब है कि भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत से अधिक क्रूड ऑयल बाहर से आयात करता है। ऐसे में हमें इसकी कीमत डॉलर में चुकानी पड़ती है। वहीं कच्चे तेल की कीमत बढ़ने और डॉलर के मजबूत होने से पेट्रोल-डीजल के दाम महंगे होने लगते हैं। बता दें कच्चा तेल बैरल में आता है। वहीं एक बैरल यानी 159 लीटर कच्चा तेल होता है। वहीं पिछले सप्ताह ही केंद्र और राज्य सरकार ने बढ़ती कीमतों में लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल पर 5 रुपए और डीजल पर 10 रुपए एक्साइज ड्यूटी घटाई थी।

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