भागलपुर ब्लास्ट में क्या है प्रेशर कुकर का राज

प्रेशर कुकर

प्रेशर कुकर

बिहार के भागलपुर जिले में पिछले दो दिन पहले भयानक ब्लास्ट हो गया था। यह ब्लास्ट काफी भयावह था। ब्लास्ट के 48 घंटे बाद हुई पुलिस की बड़ी छापेमारी में कई अहम बातें निकलकर सामने आई हैं। एक साथ कई घरों में विस्फोटक मिलने से पूरा इलाका संदिग्ध हो गया है। अब बड़ा सवाल यह है कि यहां से विस्फोटक की सप्लाई किसे होती थी। ऐसे सवालों को लेकर पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है। छापेमारी के दौरान बारूद से भरे प्रेशर कुकर के बरामद होने के बाद मामला और गंभीर हो गया है। बिहार ही नहीं देश में प्रेशर कुकर से विस्फोट का मामला कई बार सामने आया है। इसका नेटवर्क खंगाला जा रहा है।

पुलिस भागलपुर में रात में छापेमारी कर रही है। पुलिस विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो विस्फोट के बाद पुलिस जांच की तरफ बढ़ रही है। पुलिस ने शुरुआती दौर में यह कहा कि वहां पटाखा की अवैध फैक्ट्री चल रही थी और इस कारण से ब्लास्ट की घटना हुई है। इस मामले में पुलिस ने लीलावती को लेकर कहानी भी छेड़ दी है। हालांकि, घटना के 48 घंटे बाद पुलिस को मिले इनपुट पर एक साथ कई घरों में रात की छापेमारी की गई। इस दौरान कई अहम सबूत पुलिस के हाथ लगा। प्रेशर कुकर के मिलने के बाद यह साफ हो गया है कि कहीं न कहीं से भागलपुर के विस्फोट वाले इलाके का कनेक्शन राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से जुड़ रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शनिवार की रात प्रेशर कुकर और उसमें रखे बारूद की बरामदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेशर कुकर बम एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस है, जो प्रेशर कुकर में विस्फोटक सामग्री डालने और कुकर के कवर में ब्लास्टिंग कैप लगाकर बनाया जाता है। कई आतंकी हमलों में प्रेशर कुकर बमों का इस्तेमाल किया गया है। बिहार में भी ब्लास्ट हुए और कुछ नाकाम भी हुए हैं। जानकार बताते हैं कि कुकर बम काफी शक्तिशाली होता है। नेपाल में आंदोलन के दौरान माओवादी प्रेशर कुकर बम से ही विस्फोट कराते थे। नक्सली भी बड़े ब्लास्ट के लिए प्रेशर कुकर बम को बड़े हथियार के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।

2006 में वाराणसी के कैंट और संकटमोचन मंदिर में प्रेशर कुकर से ब्लास्ट किए गए थे। 2006 की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी में हुए बम धमाकों के लिए पटना के फुलवारी में शरीफ नाम के व्यक्ति ने तैयार किया था, लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर पाई। सूत्रों की माने तो पटना में 27 अक्टूबर 2013 में हुए सीरियल ब्लास्ट में भी आंतकियों के पास से प्रेशर कुकर बम बरामद हुए थे। इस बार के ब्लास्ट में तीन मंजिला इमारत के मलबे में तब्दील होने की कहानी के तार भी कहीं न कहीं से इन्हीं बड़े विस्फोटक जैसे ही जुड़ रहे हैं। सूत्रों की माने तो ऐसे विस्फोटक प्रेशर कुकर से होते हैं जिसमें बड़ी-बड़ी इमारतें भी जमींदोज हो जाती हैं। भागलपुर में घटना स्थल को देख ऐसा ही लगता है कि मामला किसी बड़े विस्फोटक से जुड़ा है। अब प्रेशर कुकर की बरामदगी के कारण अब इस घटना से आतंकी कनेक्शन की आशंका भी गहरा रही है।

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