दीपक झा। बेंगलुरु में 17 जुलाई सोमवार को संयुक्त विपक्ष की दूसरी बैठक हुई। जिसकी अगुवाई इस बार कांग्रेस पार्टी कर रही है। खास बात यह है, कि इस बार इस विपक्षी बैठक में कुल 26 दल शामिल थे। खास बात यह रही इस बार बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी भी शामिल हुई। आपको बता दें तो इससे पहले 22 जून को बिहार की राजधानी पटना में हुई बैठक जिसकी अगुवाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे थे, उसमें सोनिया गांधी शामिल नहीं हुई थी। कांग्रेस विपक्षी दलों के बीच सोनिया गांधी को मुख्य में रखकर कांग्रेस को मजबूत करना चाहती है। साथ ही कांग्रेस की अहम भूमिका हो जिसके लिए सोनिया गांधी की जो निजी विपक्षी नेताओं के साथ मजबूत रिश्ते हैं। उसका फायदा उठाया जाए। 2024 के आम लोकसभा चुनाव में कैसे कांग्रेस पार्टी मुख्य भूमिका में नजर आए इसकी पहल कांग्रेस पार्टी कर रही है।

कांग्रेस की ताकत का अंदाजा विपक्ष को है।
कांग्रेस के मीडिया एंड पब्लीसिटी चेयरमैन पवन खैरा ने कहा, कि बेंगलुरु में सोनिया गांधी की मौजूदगी खास है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह एक वरिष्ठ नेता हैं। सबसे पहले तो और संसदीय बैठकों में वह हिस्सा सभी का हिस्सा रही हैं। उनकी मौजूदगी विपक्ष को ताकत देखी, सभी नेता सोनिया गांधी के इधर गीत जुड़ चुके हैं। ऐसे में संकेत मिलता है की चीजें आगे बढ़ सकती हैं। सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार जो पटना में बैठक चली, उसमें मुख्य भूमिका में नजर आ रहे थे। वही उन्हीं पर सब कुछ फोकस था, तो ऐसा माना जाता था, कि क्या कांग्रेस को साइलेंट कर दिया गया? या आप इस बार 2024 के आम लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार चेहरे होंगे।

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