आस्था पर टिका यूपी विधान सभा चुनाव, अखिलेश यादव को श्रीकृष्ण सरकार बनाने का दे रहे सपना

अखिलेश यादव

अखिलेश यादव


समाजवादी पार्टी ने जातीय समुदाय को साधने के लिए कई छोटे-बड़े दलों के साथ तालमेल बनाया है। विश्लेषकों का मानना है कि इस बार यूपी चुनाव ऐतिहासिक होने वाला है। चुनावी मंथन में ताजा रिपोर्ट सपा और बीजेपी में कुछ खास अंतर स्पष्ट नहीं कर रही है। यूपी की कुल मतदाता आबादी में 44 फीसदी बीजेपी को समर्थन मिल रहा है तो वहीं सपा को 37 फीसदी समर्थन मिलने के रुझान सामने आए है। बसपा और कांग्रेस इस लड़ाई में काफी पीछे नजर आ रहे है। भारतीय जनता पार्टी ताबड़तोड़ रैलियां कर जनता को आकर्षित करने के लिए बड़ी-बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास कर रही है। इसके साथ ही बुल्डोजन वाली रणनीति का भी विस्तार बढ़ा है। इसके साथ ही अवैध संपत्तिधारकों पर छापेमारी का अभियान भी शुरु कर दिया है। सपा का इत्र पूरी यूपी की जनता के समक्ष दुर्गंध दे रहा है। अखिलेश यादव


समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीते दिन अपने बयानों में कहा कि मुझे भगवान श्रीकृष्ण ने सपना दिया कि इस बार यूपी में सपा की सरकार बनेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवाद ही असल रामराज्य का रास्ता है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो रामराज्य के शीर्ष पर काम करेंगी। उनका मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण हमारे पूर्वज है, वो हमारी विरसत के असली हकदार है। वहीं से हमारी विरदारी की उत्पत्ति हुई।
उल्लेखनीय है, पूर्व मुख्यमंत्री ने रविवार को लखनऊ में भगवान परशुराम के नवनिर्मित मंदिर में दर्शन पूजन करने के बाद दसवें चरण की समाजवादी विजय यात्रा को आगे बढ़ाया था।
सपा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जिस व्यक्ति के ऊपर तमाम गंभीर धाराओं में मामले दर्ज थे, भाजपा ने उसे मुख्यमंत्री बना दिया। भाजपा के बहुत से नेता जो बुजुर्ग हैं, जो कई वर्षों से खून पसीना बहा कर पार्टी को मजबूत कर रहे थे, वह कई बार कहते हैं कि हम तो खून पसीना बहा रहे थे, यह न जाने कहां से आए , इन्हें हमारे ऊपर बैठा दिया गया। सपा सुप्रीमो मे कटाक्ष भरे स्वर में कहा कि, ‘सब लोग जानते होंगे कि जब बेटा परीक्षा में पास ना हो पा रहा हो तो कई बार मां-बाप और चाचा भी जाते हैं थोड़ी नकल कराने के लिए, हमारे बाबा मुख्यमंत्री फेल हो चुके हैं। अब उन्हें कोई पास नहीं करा सकता और जो लोग उन्हें पास कराने आ रहे हैं वे भी पास नहीं करा पाएंगे।’ वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दुर्गा शंकर मिश्रा को प्रदेश का मुख्य सचिव बनाए जाने का जिक्र करते हुए यादव ने कहा, ‘हमारे बाबा मुख्यमंत्री ऐसे सो रहे थे कि अचानक उनका मुख्य सचिव बदल गया है, पता ही नहीं चला।
उन्होंने सरकार बनने पर घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के अपने वादे का जिक्र करते हुए कहा कि इससे सबसे ज्यादा करंट भाजपा को ही लगा है। उन्होंने कहा कि 300 यूनिट घरेलू बिजली मुफ्त देने का वादा इसलिए किया गया है क्योंकि सपा की पिछली सरकार के कार्यकाल में बिजलीघर लगाने की अनेक परियोजनाएं शुरू की गई थी जिन्हें मौजूदा भाजपा सरकार पूरा नहीं कर पाई।
इस मौके पर आंबेडकर नगर से पूर्व बसपा सांसद राकेश पांडेय, बहराइच से भाजपा की मौजूदा विधायक माधुरी वर्मा, पूर्व विधान परिषद सदस्य कांति सिंह, प्रतापगढ़ से पूर्व विधायक बृजेश मिश्रा और विशाल जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीरबल सिंह कश्यप अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो गए। अखिलेश यादव

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