ऑनलाइन गेम में पैसा हारने के बाद छात्र ने की आत्महत्या, पिता बोलाः तुम जरूरी थे, पैसा नहीं

Rajtilak Sharma अपने एकलौते बेटे का शव सामने देखने के बाद पिता नितेश कुमार फफक पड़े। 17 साल के बेटे के शव को अपनी छाती से लगाते हुए बस इतना कहा कि बेटा… तुम हमारे लिए जरूरी थे पैसा नहीं। आसमान की तरफ देखते हुए लगातार उसकी आखों में आंसू बहते रहे। यह वाकया कानपुर के थाना गोविंदनगर का है जहां एक ऑर्डिनेंस फैक्टरी में काम करने वाले व्यक्ति के एकलौते बेटे ने ऑनलाइन गेम के चक्कर में अपनी जान दे दी।

बिहार के छपरा के रहने वाले ऑपरेटर नितेश कुमार के बेटे को ऑललाइन गेम खेलने की आदत थी। अपने पिता के फोन से गेम खेलने के चक्कर में पिता के अकॉउट से 50 रूपये हार गया। 50 हजार गवां देने के बाद वह अवसाद में चला गया और 15 जनवरी को घर से फरार हो गया साथ की घर वालों के नाम एक पत्र लिखकर गया कि मुझे मॉफ कर देना और अपनी बहनों से माता-पिता की देखरेख करने को कहा है। घरवालों ने उसकी गुमशुदी की शिकायत थाने में दर्ज की।

कानपुर पुलिस कई दिनों से नितिन की तलाश कर रही थी। संडे को पुलिस को दादानगर नहर से एक लावारिश शव बरामत हुआ। जिसकी पहचान नितिन के रूप में हुई। वह तीन बहनों के बीच अकेला भाई था।

डीसीपी वेस्ट विजय ढुल का कहना है कि  नितिन को ऑनलाइन गेम में सट्टा लगाने की लत थी। जब वह अपने घर से लापता हुआ था उसके पिता के बैंक अकॉउट से 50 रूपये डेबिट हुए थे।

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