लवी फंसवाल। NCP पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने आज पार्टी बैठक के दौरान क्या इस्तीफे का ऐलान किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी का गठन शरद पवार, पीए संगमा और तारिक अनवर ने 10 जून 1999 को मिलकर किया। लेकिन सोनिया गांधी ने जब राजनीति में कदम रखा और उनके अध्यक्ष बनाने की तैयारी शुरू हुई। तभी से शरद पवार के समेत पार्टी के कुछ नेताओं ने इसका विरोध करा। पवार ने इस्तीफे को लेकर कई भावनात्मक बातें भी कहीं। हालांकि ,उन्होंने कुछ दिनों पहले इस ओर इशारा भी किया था। आपको बतादें, कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने इस्तीफा दे दिया। जिसकी वजह उन्होंने सोनिया गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना बताया। एनसीपी का गठन 10 जून 1999 को शरद पवार ने कुछ अन्य पार्टी नेताओं के साथ मिलकर किया था। दरअसल, सोनिया गांधी ने जब राजनीति में कदम रखा और उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की बात आई, तो शरद पवार समेत कुछ नेताओं ने इसका विरोध किया। जिसको लेकर कांग्रेस ने पवार, पीए संगामा और तारिक अनवर को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। इसको लेकर तीनों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एनसीपी बनाई। पवार को एनसीपी का अध्यक्ष बनाया गया। पीए संगमा और तारिक अनवर को पार्टी का महासचिव बनाया गया। एनसीपी ने कई बार कई उतार-चढ़ावों सफर भी तय किया। जिसमें उन्हें महाराष्ट्र में काफी अच्छी सफलता भी हाथ लगी। लेकिन पिछले महीने चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय दल का दर्जा वापस ले लिया। दर्जा वापस लेने की वजह 2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन को बताया जा रहा है। आपको जानकारी देदें, कि एनसीपी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा 1999 के अगले वर्ष यानी 2000 में ही मिल गया था। अब पार्टी के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। वैसे तो अजीत पवार ने कहा है कि वह शरद पवार से इस बारे में बात करेंगे। पवार ने कुछ दिनों पहले भी इसको लेकर इशारा किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि, ‘रोटी पलटने का समय आ गया है।’ जिसके बाद इस्तीफेhttp://इस्तीफे का ऐलान उन्होंने आज पार्टी बैठक के दौरान किया।

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