विधायक के खिलाफ स्कूली बच्चों को उकसाया और कराई नारेबाजी, दोषियों के खिलाफ एफआईआर के आदेश

अंकित कुमार तिवारी। हैदराबाद में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी से निकाले गए बीजेपी विधायक को जमानत मिलने के बाद अल्पसंख्यक लोगों में गुस्सा काफी बढ़ गया है। प्रदर्शनकारियों का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को रोकने और समझाने की काफी कोशिश कर रही है। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हैं। दूसरी तरफ इस मामले को लेकर एक बड़ी खबर है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने हैदराबाद पुलिस से कहा है कि उन लोगों के खिलाप केस दर्ज करे, जिन्होंने निलंबित भाजपा नेता टी राजा सिंह के खिलाफ स्कूली बच्चों को नारेबाजी करने के लिए उकसाया है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जो पत्र पुलिस को लिखा है उसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो चल रहा है जिसमें बच्चों को “सर तन से जुदा” जैसे नारे लगाते हुए और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निलंबित नेता को “फांसी” देने की मांग करते हुए दिखाया गया है। आयोग का पुलिस को कहना है कि वीडियो देखने पर लग रहा है कि बच्चों को एक राजनीतिक हथियार की तरह से इस मामले में इस्तेमाल किया जा रहा है। आयोग ने स्वत: संज्ञान लेना उचित समझा क्योंकि किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत संबंधित प्रावधानों का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है। आयोग ने कहा कि बच्चों को उकसाने वाले आरोपियों के खिलाफ एक बार में प्राथमिकी दर्ज करके मामले की जांच करें। इसके अलावा, वीडियो में देखे जाने वाले बच्चों की पहचान की जानी चाहिए और उनके बयान दर्ज करने और उचित परामर्श के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए। बीते बुधवार देर रात भी जमकर हिंसा हुई। पुलिस को वहां लाठीचार्ज करना पड़ा। कई प्रदर्शनकारी हिरासत में भी लिए गए। एक बार फिर से ‘सिर तन से जुदा’ के नारे लगाए गए। कल बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी प्रदर्शन में दिखे। वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि भाजपा के निलंबित विधायक की गिरफ्तारी हो। साथ ही ओवैसी का कहना है कि शहर के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भगवा पार्टी के नेता के कथित नफरत भरे भाषण का सीधा नतीजा है। अपने ट्वीट में एआईएमआईएम प्रमुख ने लिखा है कि बुधवार के दिन पुलिस ने 90 लोगों को उठाया और उनसे बयान दर्ज करने के बाद छोड़ दिया। जिस भाषा को राजा सिंह ने प्रयोग किया है उसके कारण लोग सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। राजा सिंह को जल्द से जल्द जेल भेजना चाहिए। मैं लोगों से शांति बनाने की अपील करता हूं। हैदराबाद हमारा घर है, इसे सांप्रदायिकता का शिकार नहीं होना चाहिए।

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